गोलगप्पा खाते-खाते जबड़ा लॉक! औरैया में महिला के साथ हुआ अनोखा हादसा; डॉक्टर भी हुए हैरान
50 साल की महिला इंककला देवी अपने परिवार के साथ गोलगप्पे खाने के लिए रुकी. लेकिन जैसे ही उसने जल्दी में गोलगप्पा खाना चाहा तभी उसके साथ ऐसा हादसा हुआ जिससे वह वहीं दर्द से तपड़ने लगी. घरवाले परेशान होकर अस्पताल लेकर पहुंचें तो पता चला कि जल्दबाजी में खाने से इंककला का जबड़ा अपनी जगह से खिसक गया है.;
उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में एक ऐसी अजीब और दर्दभरी घटना हो गई, जिसे सुनकर कोई हंसे या रोए, समझ नहीं आता. दिबियापुर थाना क्षेत्र के गौरीकिशनपुर ककोर गांव की रहने वाली 50 साल की इंककला देवी अपने परिवार के साथ औरैया जिला अस्पताल के पास रुकी हुई थी. उनकी भतीज-बहू की डिलीवरी होने वाली थी, इसलिए पूरा परिवार वहीं ठहरा था. सुबह-सुबह बच्चों ने गोलगप्पे खाने की जिद शुरू कर दी. बच्चे तो बच्चे हैं, जिद करेंगे ही. बस फिर क्या था, पूरा परिवार पास के गोलगप्पे वाले ठेले पर पहुंच गया.
सभी लोग मजे से गोलगप्पे खा रहे थे. इंककला देवी ने भी एक बड़ा सा, गोल-मटोल बताशा (गोलगप्पे का खोल) उठाया और मुंह पूरा खोलकर उसे एक ही बार में अंदर डालने की कोशिश की. जैसे ही उन्होंने मुंह एकदम से चौड़ा खोला और बताशा मुंह में ठूंसा, अचानक उनके जबड़े से 'कट' की आवाज आई और मुंह बंद होने का नाम ही नहीं लिया.
दीदी मजाक कर रही है क्या?
बताशा आधा मुंह के अंदर, आधा बाहर लटका रहा. इंककला देवी ने मुंह बंद करने की बहुत कोशिश की, लेकिन जबड़ा एकदम जाम हो गया. वे दर्द से तड़पने लगीं और रोने लगीं. उनकी रिश्तेदार सावित्री देवी ने बताया, 'पहले तो हम सबको लगा कि दीदी मजाक कर रही हैं. लेकिन जब देखा कि सच में मुंह बंद नहीं हो रहा और दर्द से उनकी आंखों में आंसू आ गए, तो सब घबरा गए. हम लोग उन्हें गोद में उठाकर दौड़े-दौड़े जिला अस्पताल ले गए.'
डॉक्टर भी रह गए हैरान
जिला अस्पताल में ड्यूटी पर मौजूद डॉ. मनोज कुमार ने जब मरीज को देखा तो वे भी चौंक गए. उन्होंने बताया, 'महिला का जबड़ा पूरी तरह से डिस्लोकेट हो चुका था, यानी हड्डी अपनी जगह से खिसक गई थी. हमने कई बार हाथ से ठीक करने (मैनुअल रिडक्शन) की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली. आखिरकार हमने उन्हें सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी रेफर कर दिया. मैंने अपनी जिंदगी में ऐसा केस पहले कभी नहीं देखा कि सिर्फ गोलगप्पा खाने से जबड़ा निकल जाए.'
डॉक्टरों की सलाह – ये गलती कभी न करें
डॉक्टरों ने इस घटना के बाद लोगों को चेतावनी दी है कि जिन लोगों को पहले से जबड़े में दर्द रहता हो, मुंह पूरा न खुलता हो या टीएमजे (टेम्पोरोमैंडिबुलर जॉइंट) की कोई समस्या हो, उन्हें कभी भी जबरदस्ती मुंह एकदम चौड़ा नहीं खोलना चाहिए. बड़े-बड़े गोलगप्पे, बर्गर, सेब या कोई भी चीज एक साथ मुंह में ठूंसने की कोशिश बिल्कुल न करें. आराम-आराम से छोटे-छोटे टुकड़े करके खाएं. तेजी से और ज्यादा मुंह खोलने से जबड़े की हड्डी अपनी जगह से खिसक सकती है और फिर बहुत दर्द होता है.
अब भी परेशान हैं इंककला देवी
सैफई भेजे जाने के बाद भी इंककला देवी अभी पूरी तरह ठीक नहीं हो पाई हैं. उनका मुंह अभी भी ठीक से बंद नहीं हो रहा और लगातार दर्द बना हुआ है. परिवार वाले बहुत डरे-सहमे हैं वहीं जिस गोलगप्पे वाले ने बताशा दिया था, वह बेचारा भी डर गया है. उसका कहना है, 'मैं तो रोज सैकड़ों लोगों को गोलगप्पे खिलाता हूं, ऐसा कभी नहीं हुआ.' स्थानीय लोग इस घटना को अब तक की सबसे मजेदार लेकिन दर्दभरी दुर्घटना बता रहे हैं. कोई कह रहा है- अब तो गोलगप्पे भी आराम से खाऊंगा भाई! तो दोस्तों, अगली बार जब गोलगप्पे खाएं तो याद रखिए लालच बुरी बला है, और बड़ा बताशा भी कभी-कभी बहुत भारी पड़ जाता है!.