अकेले यूपी में बनते हैं 55% फोन, मेड इन इंडिया हो हर चीज... इंटरनेशनल ट्रेड शो–2025 में पीएम मोदी की 10 बड़ी बातें
ग्रेटर नोएडा में इंटरनेशनल ट्रेड शो–2025 के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिजनेस, निवेश और आत्मनिर्भरता को लेकर कई अहम बातें कही. उन्होंने बताया कि अकेले उत्तर प्रदेश में ही देश में बनने वाले मोबाइल फोन का 55% हिस्सा तैयार होता है, और यह दिखाता है कि राज्य अब भारत की मैन्युफैक्चरिंग की ताकत बन चुका है.;
ग्रेटर नोएडा में आज एक खास नज़ारा था. मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सामने देश-दुनिया से आए हजारों व्यापारी, निवेशक, उद्यमी और युवा मौजूद थे. जैसे ही उन्होंने उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो- 2025 का उद्घाटन किया, पूरे माहौल में उम्मीदों और संभावनाओं की एक नई ऊर्जा फैल गई.
प्रधानमंत्री ने सभी मेहमानों का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए कहा कि यह मंच न केवल कारोबारियों के लिए, बल्कि युवाओं के सपनों को दिशा देने वाला अवसर भी है. चलिए जानते हैं इस दौरान मोदी की 10 बड़ी बातें.
पीएम मोदी की 10 बड़ी बातें
- विमानवाहक पोतों से लेकर वंदे भारत ट्रेन और ब्रह्मोस मिसाइलों तक, भारत ने स्वदेशी उत्पादन की ऐसी श्रृंखला खड़ी की है, जो न सिर्फ आत्मनिर्भरता का प्रतीक है बल्कि विकसित भारत के सपने को साकार करने की मजबूत नींव भी तैयार करती है.
- 2017 में जीएसटी लागू करना हमारी अर्थव्यवस्था को मज़बूत बनाने की दिशा में एक अहम कदम था. अब 2025 में इसमें बड़े सुधार किए जाने जा रहे हैं. जैसे-जैसे देश की अर्थव्यवस्था आगे बढ़ेगी, वैसे-वैसे कर का बोझ भी धीरे-धीरे कम होता जाएगा. जीएसटी में बदलाव और उसे बेहतर बनाने की कोशिशें लगातार जारी रहेंगी, क्योंकि यह एक सतत प्रक्रिया है जो समय और ज़रूरत के साथ आगे बढ़ती रहेगी.
- हमारी सशस्त्र सेनाएं आत्मनिर्भर बनने और विदेशी स्रोतों पर निर्भरता घटाने की ठोस इच्छा रखती हैं. इसी लक्ष्य के साथ हम देश में एक मज़बूत रक्षा ढांचा विकसित करने के प्रति समर्पित हैं और ज़ोर देते हैं कि रक्षा के हर घटक पर गर्व के साथ "मेड इन इंडिया" लिखा हो. इसी सोच को जमीनी रूप देने के लिए हम एक समृद्ध रक्षा पारिस्थितिकी तंत्र का पोषण कर रहे हैं, जिसमें उत्तर प्रदेश एक अहम भूमिका निभा रहा है. इसके अंतर्गत रूस की मदद से स्थापित किए जा रहे कारखाने में जल्द ही AK-203 राइफलों का विनिर्माण शुरू होगा, जो हमारे आत्मनिर्भरता के सफर का एक और महत्वपूर्ण कदम होगा.
- 2014 से पहले टैक्स इतने ज़्यादा थे कि न बिज़नेस की लागत संभलती थी और न ही घर का बजट ठीक से बन पाता था. उस समय 1,000 रुपये की एक शर्ट पर ही 117 रुपये तक टैक्स देना पड़ता था. लेकिन 2017 में जीएसटी आने के बाद यही टैक्स घटकर 50 रुपये रह गया. अब #NextGenGST रिफॉर्म के बाद 1,000 रुपये की शर्ट पर सिर्फ 35 रुपये टैक्स देना होगा.
- हमें रिसर्च में निवेश बढ़ाने पर ज़ोर देना चाहिए, क्योंकि नवाचार ही वह ताकत है जो दुनिया को आगे बढ़ाती है. अगर इसमें कमी आ जाए तो तरक्की भी रुक जाती है. इसी सोच के साथ सरकार ने कई अहम कदम पहले ही उठाए हैं. अब ज़रूरी है कि निजी निवेशक भी आगे आएं और रिसर्च व डेवलपमेंट में सक्रिय भूमिका निभाएं. यही समय की सबसे बड़ी ज़रूरत है. हमें मिलकर ऐसा मज़बूत माहौल बनाना होगा, जहां स्वदेशी डिज़ाइन और डेवलपमेंट को पूरी तरह बढ़ावा मिले.
- हमारी सेनाएं चाहती हैं कि हथियार और साज़ो-सामान पूरी तरह स्वदेशी हों और बाहर के देशों पर निर्भरता कम से कम हो. इसीलिए हम भारत में एक मज़बूत डिफेंस सिस्टम बना रहे हैं, जहां हर पुर्जे पर Made in India की छाप हो. इसके लिए एक पूरा इकोसिस्टम तैयार किया जा रहा है, जिसमें उत्तर प्रदेश अहम भूमिका निभा रहा है.
- मैं आप सबसे आग्रह करता हूं कि यूपी में निवेश कीजिए, यहीं पर मैन्युफैक्चरिंग कीजिए. यहां लाखों MSMEs का मजबूत नेटवर्क मौजूद है, उनकी क्षमता का इस्तेमाल कीजिए और पूरा प्रोडक्ट यहीं तैयार कीजिए. इसके लिए आपको हर तरह का सहयोग यूपी सरकार और भारत सरकार दोनों से मिलेगा.
- आज भारत में जितने भी मोबाइल फोन बनते हैं, उनमें से 55% अकेले उत्तर प्रदेश में तैयार होते हैं. अब यूपी सेमीकंडक्टर सेक्टर में भी देश की आत्मनिर्भरता को नई ताकत देने वाला है. यहां से कुछ ही किलोमीटर दूर एक बड़ी सेमीकंडक्टर फैक्ट्री पर जल्द काम शुरू होने जा रहा है.
- भारत आने वाले दशकों के लिए मज़बूत नींव रख रहा है और इसका आधार है आत्मनिर्भर भारत. बदलती दुनिया में किसी देश की तरक्की तभी संभव है जब वह दूसरों पर कम से कम निर्भर हो. इसलिए जो भी चीज़ भारत में बन सकती है, उसे यहीं बनाना हमारी पहली प्राथमिकता है.
- दुनिया में हो रहे अवरोधों और अनिश्चितता के बावजूद भारत की ग्रोथ आकर्षक है. अवरोध हमें भटकाते नहीं हैं, लेकिन हम उस परिस्थिति में से नई दिशा खोजते हैं और नए अवसर ढूंढते हैं. इसलिए इन अनिश्चितता के बीच आज भारत आने वाले दशकों की नींव मजबूत कर रहा है.