कटोरा लो मांगो भीख; बच्चों के अत्याचारों की वजह से मां-बाप ने पानी की टंकी में कूदकर दी जान

हजारीराम और चावली के चार बच्चे थे—दो बेटे और दो बेटियाँ. अपने सुसाइड नोट में दंपति ने यह भी बताया कि उनके बच्चे उनकी संपत्ति हड़पना चाहते थे. इसमें राजेंद्र, सुनील, उनकी पत्नियाँ और बेटियाँ मंजू और सुनीता सहित कुछ अन्य रिश्तेदारों के नाम भी थे, जिन्होंने बच्चों को उकसाया.;

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Edited By :  संस्कृति जयपुरिया
Updated On : 11 Oct 2024 7:39 AM IST

Rajasthan News : राजस्थान के नागौर जिले में 70 वर्षीय हजारीराम बिश्नोई और उनकी 68 वर्षीय पत्नी चावली देवी ने अपने घर की पानी की टंकी में कूदकर आत्महत्या कर ली. घटना के बाद पुलिस को दंपति के घर की दीवार पर चिपका हुआ एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें उनके बच्चों द्वारा किए गए अत्याचारों के बारे में बताया गया था. उन्होंने आरोप लगाया कि उनके बच्चे उनकी संपत्ति हड़पना चाहते थे और इसी कारण से उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे.

सुसाइड नोट में लिखा गया कि उनके बेटों और बहुओं ने कम से कम पांच बार उनके साथ मारपीट की थी. उनके एक बेटे, राजेंद्र ने तीन बार, जबकि दूसरे बेटे, सुनील ने दो बार उन्हें पीटा. न केवल उन्होंने मारपीट की, बल्कि उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी. इतना ही नहीं, उनके बेटों ने खाना देना बंद कर दिया और उन्हें अपमानित करते हुए 'एक कटोरा लेकर भीख मांगने' के लिए कहा.

संपत्ति विवाद

हजारीराम और चावली के चार बच्चे थे—दो बेटे और दो बेटियाँ. अपने सुसाइड नोट में दंपति ने यह भी बताया कि उनके बच्चे उनकी संपत्ति हड़पना चाहते थे. इसमें राजेंद्र, सुनील, उनकी पत्नियाँ और बेटियाँ मंजू और सुनीता सहित कुछ अन्य रिश्तेदारों के नाम भी थे, जिन्होंने बच्चों को उकसाया. दंपति ने लिखा कि बच्चों ने उन्हें धोखा देकर तीन प्लॉट और एक कार का स्वामित्व पहले ही हड़प लिया था.

संपत्ति विवाद के बाद, बच्चों ने उन्हें खाना देना भी बंद कर दिया था. सुसाइड नोट के अनुसार, उनका बेटा सुनील उन्हें फोन पर धमकाता और कहता, 'एक कटोरा लेकर खाना मांगो, मैं तुम्हें कुछ नहीं दूंगा. अगर किसी से शिकायत की, तो सोते समय तुम्हें मार दूंगा.' दंपति ने अपने नोट में यह भी लिखा कि उन्हें रोजाना गालियां दी जाती थीं और मानसिक प्रताड़ना का शिकार बनाया जाता था.

पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच

नागौर पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस ने बताया कि गुरुवार को सूचना मिली कि हजारीराम और चावली देवी के घर में कोई हलचल नहीं देखी जा रही थी. जब पुलिस ने घर की तलाशी ली, तो उन्हें पानी की टंकी में शव मिले.

श्री टोगस ने कहा, 'घर की चाबी हजारीराम की जेब से मिली है और फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य एकत्र किए हैं. हम घर के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरे की वीडियो रिकॉर्डिंग ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. एक सुसाइड नोट भी मिला है.'

सोमवार को सुनील ने नागौर पुलिस अधीक्षक और प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर कहा था कि उसके माता-पिता ने बच्चों को आत्महत्या के मामले में फंसाने की बात कही थी. अधिकारियों ने कहा कि उन्हें संदेह है कि दंपति की मौत मंगलवार को हुई और वे 'सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं.'

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