झालावाड़ के बाद अब जैसलमेर में हादसा! छुट्टी के वक्त स्कूल का पिलर गिरने से छात्र की मौत, शिक्षक गंभीर रूप से घायल
जैसलमेर के पूनमनगर गांव में एक सरकारी स्कूल में गेट का पिलर गिरने से पहली कक्षा के 9 वर्षीय छात्र अरबाज खान की मौत हो गई, जबकि शिक्षक अशोक सोनी गंभीर रूप से घायल हो गए. हादसा स्कूल की छुट्टी के समय तेज हवाओं के कारण हुआ. यह गेट तीन साल से जर्जर था, जिसकी मरम्मत नहीं कराई गई थी. मामला विधायक छोटू सिंह भाटी के पैतृक गांव का है, जिससे प्रशासनिक लापरवाही पर सवाल खड़े हो गए हैं.;
Jaisalmer school accident: राजस्थान के जैसलमेर जिले के पूनमनगर गांव स्थित एक सरकारी स्कूल में सोमवार दोपहर दर्दनाक हादसा हो गया. स्कूल की छुट्टी के वक्त तेज हवाओं के चलते स्कूल गेट का जर्जर पिलर गिर पड़ा, जिसकी चपेट में आकर कक्षा 1 के 9 वर्षीय छात्र अरबाज खान की मौके पर ही मौत हो गई.
हादसे में शिक्षक अशोक सोनी भी गंभीर रूप से घायल हो गए. उनके दोनों पैरों में फ्रैक्चर है। उन्हें इलाज के लिए राजकीय जवाहर अस्पताल रेफर किया गया है.
तीन साल पहले क्षतिग्रस्त हुआ था गेट
बताया जा रहा है कि यह गेट तीन साल पहले एक वाहन की टक्कर में क्षतिग्रस्त हुआ था, लेकिन स्कूल प्रशासन ने इसकी मरम्मत नहीं करवाई. हादसे के बाद प्रशासनिक लापरवाही और सुरक्षा उपायों की अनदेखी को लेकर लोगों में गुस्सा है.
जैसलमेर विधायक छोटू सिंह भाटी के पैतृक गांव में स्थित है स्कूल
गौरतलब है कि यह स्कूल जैसलमेर विधायक छोटू सिंह भाटी के पैतृक गांव में स्थित है, जिससे पूरे क्षेत्र में चर्चाएं तेज हो गई हैं कि जब जनप्रतिनिधि के गांव का यह हाल है, तो बाकी इलाकों की स्थिति क्या होगी? इस दर्दनाक घटना ने न सिर्फ एक मासूम की जान ले ली, बल्कि सरकारी स्कूलों में ढांचागत सुरक्षा की खामियों को भी उजागर कर दिया है.
सरकारी स्कूलों में बुनियादी ढांचे की खस्ताहाली चिंता का विषय
राजस्थान के कई सरकारी स्कूलों में बुनियादी ढांचे की खस्ताहाली लंबे समय से चिंता का विषय रही है. सरकारी रिपोर्टों और मीडिया कवरेज में पहले भी यह उजागर हुआ है कि कई स्कूलों की इमारतें जर्जर हालत में हैं, लेकिन मरम्मत और रखरखाव को लेकर प्रशासनिक लापरवाही बनी रहती है. जैसलमेर के पूनमनगर गांव में हुआ यह हादसा भी इसी लापरवाही का नतीजा है, जहां स्कूल का गेट तीन साल पहले क्षतिग्रस्त हुआ था, लेकिन उसे ठीक नहीं कराया गया.
झालावाड़ जिले में भी स्कूल परिसर में हुआ था दर्दनाक हादसा
यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब कुछ ही दिन पहले झालावाड़ जिले में भी स्कूल परिसर में एक दर्दनाक हादसा हुआ था. इस पृष्ठभूमि में यह सवाल और गंभीर हो जाता है कि बच्चों की सुरक्षा को लेकर सरकारी स्कूलों में क्या कोई जिम्मेदारी तय की जा रही है या नहीं. खास बात यह है कि यह स्कूल जैसलमेर के मौजूदा विधायक छोटू सिंह भाटी के पैतृक गांव में है, जिससे प्रशासन की जवाबदेही पर प्रदेशव्यापी बहस छिड़ गई है.