राजस्थान में अनाज व्यापारी से लाखों की धोखाधड़ी, बना दी नकली सरसों, जांच में निकले मिट्टी- सीमेंट
राजस्थान के सीकर जिले में मिलावटखोरी का एक नया मामला सामने आया है, जिसमें नकली सरसों की खेप बाजार में आई है. जयपुर से आई इस खेप में मिलावटखोरों ने मिट्टी और सीमेंट के दानों को पॉलिश करके हूबहू नकली सरसों तैयार की है. जब व्यापारी ने इस बारे में शिकायत की, तो फार्म ने नकली सरसों वापस लेने के लिए गाड़ी भेजी.;
राजस्थान के सीकर जिले से मिलावट खोर को लेकर एक खबर सामने आई जिसमें खीरे के बीज के बाद अब नकली सरसों भी बाजार में आने लगी है. इसका खुलासा जयपुर से सरसों की एक खेप आने के बाद हुआ है. मिलावट खोरों ने मिट्टी और सीमेंट के दानों पर पॉलिश करते हुए हूबहू नकली सरसों तैयार कर दी है. सरसों के नकली निकलने पर व्यापारी ने फार्म को शिकायत की. फार्म ने नकली सरसों वापस ले जाने के लिए गाड़ी भी व्यापारी के पास भेज दी, लेकिन व्यापारी को 11 लाख रुपए नहीं लौटाए, तो व्यापारी ने धोखाधड़ी का मुकदमा करा दिया है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, व्यापारी के पास नकली सरसों आने के बाद मीडिया ने पूरे मामले पर जांच पड़ताल की, रिपोर्टर ने प्रमुख व्यापारियों से बात की, तो सामने आया कि भरतपुर जिले की वैर और डीग जिले की कामां मंडी में नकली सरसों पहुंचने के मामले सामने आ चुके हैं.
मिट्टी से बना रहे हैं नकली सरसों
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बताया जा रहा है कि जांच के दौरान जब नकली सरसों को पानी में डाला गया तो वह आसानी से पानी में घुल गई थी. वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि ये सरसों भले ही नकली हो लेकिन इसमें तेल की मात्रा 42-43% होती है. लैब में जांच कराने पर भी ये पकड़ में नहीं आती है. इसमें केमिकल मिलाते हुए तेल की मात्रा बढ़ाई जाती है. इसके अलावा कई बार सत्यानाशी के बीज भी डाल देते हैं. ये बिलकुल सरसों की तरह दिखते हैं. इन बीजों से तेल भी निकलता है.