Punjab Roadways PRTC Protest! संगरूर में आगजनी, पटियाला में लाठीचार्ज; धुरी SHO घायल-25 से ज्यादा हिरासत में

पंजाब में PRTC और रोडवेज कर्मचारियों का किलोमीटर स्कीम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया. संगरूर में प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों द्वारा पेट्रोल फेंके जाने पर धुरी SHO जसवीर सिंह आग से झुलस गए. 25 से ज्यादा प्रदर्शनकारी हिरासत में लिए गए. पटियाला में भी पुलिस से भिड़ंत हुई. हड़ताल के कारण पूरे पंजाब में सरकारी बस सेवाएं ठप रहीं, यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.;

( Image Source:  x.com/editor_amit )
Edited By :  अच्‍युत कुमार द्विवेदी
Updated On : 28 Nov 2025 4:31 PM IST

Punjab  PRTC strike, Roadways protest: पंजाब में रोडवेज और PRTC के कांट्रैक्चुअल कर्मचारियों का किलोमीटर स्कीम के खिलाफ प्रदर्शन शुक्रवार को हिंसक हो गया. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, संगरूर में हुए टकराव में धुरी के SHO जसवीर सिंह गंभीर रूप से झुलस गए, जबकि पुलिस ने 25 से अधिक प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया. शुक्रवार सुबह संगरूर बस स्टैंड पर स्थिति तब बिगड़ गई जब PRTC कर्मचारी, जो बसों के ऊपर चढ़कर विरोध कर रहे थे, उन्हें नीचे उतारने पहुंचे पुलिस कर्मियों पर पेट्रोल फेंकने लगे.

संगरूर के SP दविंदर अटरी ने बताया कि हंगामे के दौरान SHO जसवीर सिंह की वर्दी, जिस पर पेट्रोल गिरा हुआ था, अचानक आग पकड़ गई. मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने किसी तरह उन्हें बचाया और तुरंत अस्पताल पहुंचाया. सिविल अस्पताल के सीनियर मेडिकल ऑफिसर डॉ. करमजीत सिंह ने बताया कि SHO के चेहरे, हाथों और पीठ पर जलन है. फिलहाल उनकी हालत स्थिर है.



पटियाला में भी झड़पें

पटियाला में भी पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए हल्का बल प्रयोग किया. इस दौरान कपड़े फटने और पगड़ी उछलने तक की नौबत आ गई. कई कर्मचारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया.


क्यों भड़का विवाद?

कांट्रैक्चुअल कर्मचारी शुक्रवार को राज्यभर में विरोध कर रहे थे, क्योंकि इसी दिन किलोमीटर स्कीम के तहत करीब 100 HVAC बसों के टेंडर खोले जाने थे. कर्मचारी संगठनों का आरोप है कि स्कीम से निजी ठेकेदारों का दखल बढ़ेगा, सरकारी कर्मचारियों की नौकरी खतरे में पड़ेगी और सरकार अपने बेड़े में नई बसें शामिल नहीं कर रही, जिससे सरकारी परिवहन कमजोर हो रहा है.


PRTC प्रबंधन का कहना है कि स्कीम 1998 से लागू है और कर्मचारियों को प्रशासनिक फैसलों में दखल नहीं देना चाहिए. अधिकारियों ने यह भी बताया कि 2 दिसंबर को 200 और बसों का टेंडर खोला जाएगा.


राज्यभर में बस सेवाएं ठप

विरोध के कारण पंजाब रोडवेज़, Punbus और PRTC की बड़ी संख्या में बसें सड़क से गायब रहीं, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. अमृतसर, पटियाला, संगरूर समेत कई जिलों में सरकारी बसें डिपो में खड़ी रहीं, निजी बसों में भारी भीड़ उमड़ी और यात्रियों को यात्राएं रद्द करनी पड़ीं. उधर, बस स्टैंड पर भारी पुलिस बल तैनात रहा ताकि स्थिति काबू में रहे.

Similar News