कैसे हाई-टेक होंगी पंजाब की जेलें? मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने बताया सरकार का प्लान
पंजाब के जेल मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने जेल की सुरक्षा को मजबूत बनाने और उसमें सुधार लाने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि सरकार जेल को लगातार हाईटेक बनाने का काम कर रही है. किस तरह से जेल को हाईटेक बनाया जाएगा जेल मंत्री ने इसकी भी जानकारी साझा की.;
पंजाब की भगवंत मान सरकार राज्य के विकास में लगातार काम करती नजर आ रही है. इसी कड़ी में जेलों की सुरक्षा का भी खास ख्याल रखा जा रहा है. जेल सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए मान सरकार ठोस कदम उठा रही है. इस संबंध में जेल मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने कहा कि सुरक्षा उपायों को और भी मजबूत बनाने और कैदियों के पुनर्वास में सुधार लाने में की जा रही जरूरी ध्यान दिया जा रहा है.
जेल के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने के लिए सरकार ठोस कदम उठा रही है. जेल मंत्री ने कहा कि CM मान के नेतृत्व में सरकार लुधियाना के पास ही 100 करोड़ रुपये की लागत से 50 एकड़ की जमीन पर फैली हाईटेक सुरक्षा वाली जेल तैयार कर रही है. इस जेल में 300 जघन्य अपराधियों को रखने की योजना बनाई जा रही है.
हाई-टेक होंगी जेल
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि विभाग ने जेल में टेक्नोलॉजी को इंटीग्रेट करने की प्राथमिकता दी जा रही है. इसके तहत जेल के आठ केंद्रों में AI वाले सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. जिनकी निगरानी में इन अपराधियों को रखा जाएगा. इन सीसीटीवी की मदद से दीवार फांदने, अगर किसी कैदी के पास फोन है, तो उसका पता लगाया जा सके. हाई-टेक सिस्टम को कुल 6 जेलों में स्थापित किया जाने वाला है.
इस तरह सुरक्षित होंगे जेल
जेल की सुरक्षा सिस्टम को और भी सुरक्षित करने के लिए वी-कवच जैमर को 12 संवेदनशील जेलों में लगाए जाने वाले हैं. वहीं सुरक्षा को दोगुना करने के लिए CRPF की टीम भी भेजी गई है. वहीं जेल में अवैध तरीके से मोबाइल के इस्तेमाल पर रोक लगाई जाएगी. 13 जेलों में एक्स-रे-बैगेज स्कैनर लगाए जाएंगे. जिन जेल के सेल में अपराधियों का अधिक रिस्क है, उन जेलों में सीसीटीवी लगाने का प्रयास किया जा रहा है.
वहीं पंजाब सरकार कैदियों के भविष्यों को सुधारने के लिए सिख्य दात परियोजना चला रही है, इस योजना के तहत कैदियों को किसी भी कार्यक्रम में दाखिला लेने के लिए न्यूनतम 500 रुपये का शुल्क देना होगा. इस योजना को लेकर जेल मंत्री ने कहा कि 2200 कैदी इस योजना के तहत एकैडमिक कोर्स कर रहे हैं. इसी के साथ 513 कैदी ऐसे हैं जिन्हें कई स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम में सिलेक्ट किया जा रहा है. इसमें बिजली का, प्लबिंग और सिलाई का काम शामिल है.