मोहाली बनेगा पंजाब का सिलिकॉन वैली! सीएम मान ने इंफाेसिस के अधिकारियों से की मुलाकात, कितने लोगों को मिलेगा रोजगार?
पंजाब के सीएम भगवंत मान ने इंफोसिस अधिकारियों संग बैठक कर मोहाली को आईटी हब बनाने की योजना पेश की. सरकार की नई आईटी नीति से 55,000 नौकरियां पैदा होंगी. सिफी टेक समेत कई कंपनियां निवेश को तैयार हैं. यह पहल पंजाब को डिजिटल भारत में अग्रणी बनाएगी.;
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चंडीगढ़ स्थित अपने आवास पर आईटी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी इंफोसिस के अधिकारियों के साथ अहम बैठक की. बैठक में मोहाली को एक नए आईटी हब के रूप में विकसित करने पर गंभीर मंथन हुआ. सीएम मान ने कहा कि यह प्रयास न केवल पंजाब को तकनीकी रूप से समृद्ध बनाएगा बल्कि युवाओं को बेहतर रोजगार के अवसर भी दिलाएगा.
मुख्यमंत्री मान ने इस बैठक की तस्वीरें अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) हैंडल पर शेयर करते हुए लिखा कि मोहाली को आईटी हब बनाने से राज्य में युवाओं के लिए नए दरवाजे खुलेंगे. उनका मानना है कि यह कदम पंजाब को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने की दिशा में निर्णायक साबित होगा.
खुलेंगे 55 हजार नौकरी के अवसर
पंजाब सरकार की नई आईटी नीति के अंतर्गत मोहाली को उत्तर भारत के तकनीकी केंद्र के रूप में तैयार किया जा रहा है. उद्योग और वाणिज्य मंत्री तरुणप्रीत सिंह सौंद ने बताया कि इस नीति से लगभग 55 हजार आईटी पेशेवरों को रोजगार मिलेगा. राज्य सरकार पहले चरण में पांच शहरों के फोकल पॉइंट्स को रोल मॉडल की तर्ज पर विकसित करेगी.
कई कंपनियों की है गहरी दिलचस्पी
सीएम भगवंत मान अब तक जेएसडब्ल्यू, आरपीजी ग्रुप, सन फार्मा और सिफी टेक जैसी बड़ी कंपनियों के साथ बैठक कर चुके हैं. खासतौर पर सिफी टेक्नोलॉजी ने मोहाली में 1500 करोड़ रुपये के निवेश की योजना पेश की है. कंपनी यहां एआई आधारित डेटा सेंटर और आधुनिक आईटी इन्फ्रास्ट्रक्चर की स्थापना करने को तैयार है.
पंजाब को डिजिटल इंडिया का अगुआ बनाने की तैयारी
राज्य सरकार की यह रणनीति न केवल तकनीकी आधारभूत ढांचे को मजबूत करेगी, बल्कि पंजाब को डिजिटल इंडिया अभियान में अग्रणी बनाएगी. सरकार का फोकस औद्योगिक विकास और युवा सशक्तिकरण के साथ राज्य की आर्थिक स्थिति को गति देना भी है. मुख्यमंत्री मान के नेतृत्व में मोहाली अब देश के प्रमुख आईटी डेस्टिनेशन्स में से एक बनने की ओर अग्रसर है.