सरवन सिंह पंढेर-जगजीत दल्लेवाल समेत कई किसानों को क्यों हिरासत में लिया गया? बीजेपी-कांग्रेस ने AAP सरकार पर बोला हमला

पंजाब पुलिस ने किसान नेता सरवन सिंह पंढेर समेत कई किसानों को हिरासत में लिया है. ये नेता शंभू और खनौरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलनों की ओर जा रहे थे, जहां प्रदर्शनकारी किसान डेरा डाले हुए हैं. इस पर राजनीति तेज हो गई है. बीजेपी, कांग्रेस और अकाली दल ने आम आदमी पार्टी की भगवंत मान सरकार पर निशाना साधा है.;

By :  अच्‍युत कुमार द्विवेदी
Updated On : 19 March 2025 8:42 PM IST

Punjab Police Detained Farmer Leader Sarvan Singh Pandher:  पंजाब पुलिस ने बुधवार को मोहाली में कई प्रमुख किसान नेताओं को हिरासत में लिया, जिनमें सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल शामिल हैं. ये नेता शंभू और खनौरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलनों की ओर जा रहे थे, जहां प्रदर्शनकारी किसान डेरा डाले हुए हैं. किसान नेता गुरमीत सिंह मंगत ने पुष्टि की कि अभिमन्यु कोहर और काका सिंह कोटड़ा जैसे अन्य नेताओं को भी हिरासत में लिया गया है.

इससे पहले दिन में, किसानों की विभिन्न मांगों, विशेषकर 24 फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी पर चर्चा करने के लिए चंडीगढ़ में किसान नेताओं और केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल के बीच बैठक हुई थी, लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकला. किसान नेताओं की हिरासत के बाद, शंभू और खनौरी बॉर्डर पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है, और सरकार ने इन बॉर्डर पॉइंट्स को खाली कराने की रणनीति बनाई है.

किसानों में बढ़ी नाराजगी

इस घटनाक्रम के बाद, किसानों में नाराजगी बढ़ रही है, और वे सरकार की इस कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं। किसान नेताओं का कहना है कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन उनका लोकतांत्रिक अधिकार है, और वे अपनी मांगों के लिए संघर्ष जारी रखेंगे. इस बीच, किसान नेताओं की गिरफ्तारी के विरोध में अमृतसर में जोरदार प्रदर्शन हुए हैं, और चंडीगढ़ की सीमाओं पर भी तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है.

एक हफ्ते तक चंडीगढ़ में धरना-प्रदर्शन का ऐलान

किसान संगठनों ने अगले एक हफ्ते तक चंडीगढ़ में धरना-प्रदर्शन का ऐलान किया है, जिससे राज्य में तनाव बढ़ सकता है. किसान नेताओं की हिरासत और सरकार की इस कार्रवाई पर विभिन्न राजनीतिक दलों और संगठनों ने भी प्रतिक्रिया दी है, जिससे राज्य की राजनीति में हलचल मच गई है.

'किसानों को लगातार धोखा दिया जा रहा'

पंजाब पुलिस द्वारा किसान नेता सरवन सिंह पंधेर को हिरासत में लिए जाने पर कांग्रेस सांसद अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने कहा, " किसानों को लगातार धोखा दिया जा रहा है. उनसे कहा गया कि वे अपनी भूख हड़ताल खत्म करें और फिर हम उनसे बातचीत करेंगे...केंद्र सरकार हमेशा किसानों, खासकर पंजाब के किसानों को अलग-थलग करने की कोशिश करती है. किसानों और केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल के बीच बैठक समाप्त होने के बाद पंजाब पुलिस ने किसान नेताओं को हिरासत में लिया. केंद्र सरकार और आप सरकार पंजाब के किसानों को अलग-थलग करना चाहती है. यह बहुत गलत है."

'पंजाब के सीएम भगवंत मान को शर्म आनी चाहिए'

केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा, " मैं पंजाब सरकार की इस कार्रवाई की निंदा करता हूं...उन्होंने आपको (AAP सरकार) वोट दिया और पंजाब के सीएम भगवंत मान को शर्म आनी चाहिए...वे नहीं चाहते थे कि केंद्र सरकार और किसानों के बीच बातचीत से कोई समाधान निकले. आपने लुधियाना पश्चिम उपचुनाव जीतने के लिए ही किसानों को हिरासत में लिया. पंजाब के लोग सीएम भगवंत मान को किसी गांव में घुसने नहीं देंगे."

'भगवंत मान अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं'

शिरोमणि अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि पंजाब के सीएम भगवंत मान अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं. अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे जगजीत सिंह दल्लेवाल को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है. चुनाव के दौरान पंजाब के सीएम भगवंत मान ने वादा किया था कि वह किसानों की सभी मांगों को पूरा करेंगे, लेकिन सरकार बनने के बाद वह किसानों से सिर्फ झूठ बोल रहे हैं. पंजाब में कोई भी सुरक्षित नहीं है.

''किसानों की मांगें केंद्र सरकार के खिलाफ हैं''

किसान नेताओं की नजरबंदी पर पंजाब के मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा, "आप सरकार और पंजाब के लोग तीन काले कानूनों के खिलाफ किसानों के साथ खड़े थे...किसानों की मांगें केंद्र सरकार के खिलाफ हैं. एक साल से ज्यादा हो गया है और शंभू और खनौरी बॉर्डर बंद हैं. पंजाब के व्यापारी, युवा बहुत परेशान हैं. जब व्यापारी व्यापार करेंगे तो युवाओं को रोजगार मिलेगा और वे नशे से दूर रहेंगे.''

चीमा ने कहा कि आज की कार्रवाई इसलिए की गई है, क्योंकि हम चाहते हैं कि पंजाब के युवाओं को रोजगार मिले. हम शंभू और खनौरी बॉर्डर खोलना चाहते हैं. किसानों की मांगें केंद्र सरकार के खिलाफ हैं. उन्हें दिल्ली या कहीं और विरोध प्रदर्शन करना चाहिए, लेकिन पंजाब की सड़कें बंद नहीं करनी चाहिए.

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