दाम आसमान छुएंगे तो होगा यही...गणेश उत्सव का प्रसाद बना 250 लोगों के लिए जहर, नकली घी से बना था भंडारे का हलवा

मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में गणेश उत्सव के दौरान 250 लोग बीमार हो गए और वजह थी प्रसाद में बना हलवा. दरअसल भोग का हलवा देसी घी से बना था जिसे खाने पर एक के बाद एक लोग उल्टी-दस्त के शिकार होने लगे. अस्पताल में लंबी कतार लगने के बाद मामला सामने आया कि हलवा मिलावटी घी से बना था.;

( Image Source:  Canva )
Edited By :  रूपाली राय
Updated On : 1 Sept 2025 5:08 PM IST

मध्य प्रदेश के शिवपुरी ज़िले के कोलारस थाना क्षेत्र के मोहराई गांव में धार्मिक भंडारे के दौरान रविवार की रात बड़ा हादसा हो गया. गणेश उत्सव के मौके पर ग्रामीणों को प्रसाद के रूप में हलवा खिलाया गया, लेकिन इस हलवे ने ही लोगों की सेहत बिगाड़ दी. करीब 250 लोगों को उल्टी-दस्त की शिकायत हुई और उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाना पड़ा. भंडारे में जो हलवा परोसा गया था, वह देसी घी से बना बताया गया. लेकिन जब असली सच सामने आया तो लोग हैरान रह गए.

जिस डिब्बे के घी का इस्तेमाल हलवा बनाने में किया गया था, उस पर साफ-साफ लिखा था- यह घी इंसानों के खाने योग्य नहीं है.' इसके बावजूद आयोजकों ने उसी घी का इस्तेमाल कर लिया और नतीजा यह हुआ कि हलवा खाने वाले सैकड़ों लोग बीमार पड़ गए. ग्रामीणों ने बताया कि जैसे ही हलवा खाया गया, लगभग आधे घंटे के भीतर ही लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी. पहले कुछ लोगों को उल्टी और दस्त की शिकायत हुई, लेकिन धीरे-धीरे संख्या बढ़ती गई और देखते ही देखते लगभग 250 लोग बीमार हो गए. 

अस्पतालों में लगी भीड़

हालात बिगड़ते देख तुरंत स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची. बीमार लोगों को नज़दीकी अस्पताल ले जाया गया. एसडीएम भी टीम के साथ गांव पहुंचे और इलाज शुरू कराया गया. जानकारी के अनुसार अब तक 175 लोगों का इलाज किया जा चुका है और सभी की हालत स्थिर बताई जा रही है. राहत की बात यह है कि किसी की जान को फिलहाल कोई खतरा नहीं है.

नकली घी का हुआ खुलासा

प्रशासन ने मौके पर जांच की और पाया कि घी पूरी तरह से नकली था और इंसानों के खाने लायक बिल्कुल नहीं था. ग्रामीणों को घी का डिब्बा दिखाकर यह साफ किया गया. अब इस मामले को गंभीरता से लेते हुए घी और अन्य खाद्य पदार्थों के सैंपल जांच के लिए लैब भेज दिए गए हैं.  जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. 

गांव में तैनात की गई स्वास्थ्य टीम

भविष्य में किसी और अनहोनी से बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम को गांव में निगरानी के लिए तैनात कर दिया गया है. प्रशासन का कहना है कि दोषियों को किसी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा और यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि आगे किसी धार्मिक आयोजन में ऐसी लापरवाही न हो. 

यूजर्स का रिएक्शन 

इस खबर के वायरल होने के बाद कई लोग भड़क गए है. एक ने कहा, 'जब घी के दाम आसमान छुएंगे तो होगा ही यहीं.' दूसरे ने कहा, 'घी नकली, दूध नकली, पनीर नकली, खोया नकली; अब तो सेहत बनाने के नाम पर घी, दूध, पनीर खाने का टाइम ही नहीं है.' एक अन्य ने कहा, 'यह हर शहर की कहानी हो गई है घी जिसे सेहत का खजाना माना जाता था आज उसके नाम पर जहर बिक रहा है.'

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