फर्जी आधार, किराये का कमरा और... खुद को फाइनेंस कंपनी का स्टाफ बताकर आरोपियों ने ऐसे लूटा था बैंक

Jabalpur Bank Robbery: हाल ही में जबलपुर जिले के खितौला स्थित एक बैंक में 15 करोड़ रुपये की लूटपाट की गई. पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. यह लूट एक बड़े आपराधिक गिरोह की योजना के तहत की गई थी, जो राज्य से बाहर के हो सकते हैं.;

( Image Source:  META AI )
Edited By :  निशा श्रीवास्तव
Updated On : 4 Dec 2025 6:42 PM IST

Jabalpur Bank Robbery: हाल ही में बैंक मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के खितौला स्थित एक बैंक में 15 करोड़ रुपये की लूटपाट की गई. आरोपी सिर्फ 8 मिनट के अंदर ग्राहकों के गहने और कैश लेकर फरार हो गए. पुलिस ने इस मामले में दो दिन पहले रईस खान नाम के एक युवक को गिरफ्तार भी किया. अब इस रॉबरी केस में बड़ा खुलासा हुआ है.

पुलिस ने बैंक लूटपाट के मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, इनमें रहीस लोधी, सोनू वर्मन, हेमराज और विकास चक्रवर्ती शामिल हैं. आरोपियों के पास से पुलिस ने 1.83 लाख कैश, एक देसी पिस्तौल, चार जिन्दा कारतूस, दो बाइक और चार मोबाइल फोन बरामद किए हैं.

पुलिस ने दी अहम जानकारी

पुलिस की जांच में पता चला कि बैंको को लूटने का पूरा प्लान कई दिनों से बनाया जा रहा था. आरोपी इंद्राना गांव में एक किराए रहता था. साथ ही फर्जी आधार कार्ड बनाकर खुद को फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी बताकर स्थानीय लोगों को गुमराह किया था.

जांच अधिकारी कहा कि यह लूट एक बड़े आपराधिक गिरोह की योजना के तहत की गई थी, जो राज्य से बाहर के हो सकते हैं. पुलिस ने इस गिरोह की गहराई से जांच शुरू कर रखी है. पांच टीमें फरार आरोपियों की धरपकड़ के लिए विभिन्न जगहों पर छापेमारी की कार्रवाई करती रही हैं.

कैसे की 15 करोड़ की ठगी?

बैंक रॉबरी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें बदमाश बेखौफ होकर बैंक में घुसते और कैश लेकर 9-2-11 होते नजर आ रहे हैं. 9 बजे बैंक खुला और रोजाना की तरह सभी स्टाफ अपना काम कर रहे थे. अचानक 5 नकाबकोश बदलाश आए और कट्टे की नोंक पर धमकाने लगे. उन्होंने करीब 14 करोड़ 875 ग्राम सोना और 5 लाख 70 हजार रुपये कैश लूट लिया.

घटना के बाद आरोपी बाइक पर बैठकर फरार हो गए. हैरानी की बात यह है कि इस दौरान बैंक का मेन गेट खुला था और वहां कोई सिक्योरिटी गार्ड भी नहीं था. इस केस में इसकी भी जांच हो रही है कि पूरे लूट में बैंक के किसी कर्मचारी का हाथ तो नहीं. इसी वजह से गेट पर शायद गार्ड नहीं था. अब आगे की जांच में ही सच सामने आएगा.

Similar News