सरकार बनते ही चुनाव आयोग के फैसले को हेमंत सोरेन ने बदला, मंजूनाथ भजंत्री को बनाया नया DC
झारखंड मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शपथ ग्रहण के बाद प्रशासनिक फेरबदल किया. इसमें मंजूनाथ भजंत्री को एक बार फिर से रांची के डिप्टी कमिश्नर के रूप में नियुक्त किया गया है. बीजेपी सांसद द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद उन्हें उनके पद से तत्काल रूप से हटा दिया गया था. लेकिन झारखंड सरकार ने शपथ समारोह के बाद एक बार फिर से ये फैसला लिया है.;
झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों के एलान के बाद 15 अक्टूबर को रांची के उपायुक्त (DC) मंजूनाथ भजंत्री का ट्रांसफर कर दिया गया था. हालांकि सरकार बनते ही एक महत्वपूर्ण फेरबदेल के तहत फिर से रांची का उपायुक्त के रूप में नियुक्त कर दिया गया है. उन्हें अक्टूर के महीने में ही रांची का डिप्टी कमिश्नर बनाया गया था.
वहीं उन्हें पद से तत्काल हटाने को लेकर को चिट्ठी लिखी गई थी. 15 दिन के अंदर कार्रवाई करने की मांग की गई थी. जिसके बाद उन्हें पद से हटाया गया. बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान भी जमशेदपुर से भी मंजूनाथ भजंत्री को उनके के पद से हटा दिया गया था.
पद से हटाए गए
साल 2011 बैच के आईएएस अधिकारी दो चरणों - 20 और 23 नवंबर में हुए चुनावों से पहले 30 सितंबर को हेमंत सोरेन सरकार द्वारा रांची डीसी के रूप में नियुक्त किया गया था. लेकिन 15 अक्टूबर को उन्हें बीजेपी लीगल सेल की शिकायत मिलने के बाद उन्हें हटा दिया गया था. मुख्य निर्वाचन अधिकारी और इसके सीईओ के रूप में झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी में स्थानांतरित किये गये.
शपथ लेते ही लिया गया फैसला
वहीं सीएम हेमंत सोरेन के शपथ समारोह के दौरान मंजूनाथ भजंत्री को लेकर तुरंत फैसला लिया गया और बहाली हुई. BJP के आरोपों के बाद 15 अक्टूबर को पद से हटाने के बाद कार्यकाल को कम किया गया था. इस कारण ही उन्हें झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी के सीईओ के रूप में नियुक्त किया गया था.
इन पदों को संभाल चुके
मंजूनाथ भजंत्री ने रांची, लोहदरगा और कई जगहों पर अपनी सेवाएं दी है. साल 2012 में उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की थी. डिप्टी कमिश्नर के साथ वह एनर्जी डिपार्टमेंट के मैनेजिंग डायरेक्टर का भी पद संभाल चुके हैं. उन्होंने माइन्स एंड जियोलॉजी डिपार्टमेंट, एग्रीकल्चर व एनिमल हैसबेंडरी डेयरी डिपॉर्टमेंट का काम भी संभाला है. साल 2020 में 6 मार्च को उन्हें मिनिस्टर ऑफ स्टेट रेलवे के पर्सनल सेक्रेटरी का पद भी सौंपा जा चुका है. 4 नवंबर 2020 को वह अपने मूल कैडर झारखंड में वापस लौटे, जिसके बाद वह अलग अलग कई पदों पर तैनात रहे.
BJP सांसद ने लगाए थे आरोप
दरअसल यह मामला साल 2022 में उस समय शुरू हुआ जब बीजेपी सासंद निशिकांत दुबे प्लेन से दिल्ली का सफर तय करने वाले थे. बीजेपी सांसद का आरोप था कि एयरपोर्ट पर तत्कालीन डिप्टी कमिश्नर मंजूनाथ के कहने पर सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोककर जान से मारने की धमकी दी. इसके साथ-साथ उन्होंने सरकारी कार्य में भी बाधा डालने का आरोप लगाया था. भाजपा सासंद ने उनके खिलाफ FIR दर्ज करवाई और राजद्रोह का आरोप लगाया. लेकिन उस साल झारखंड हाई कोर्ट ने सुनवाई के दौरान सांसद द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज किया था.
सरकार के कार्यों को ग्राउंड पर उतारने का करेंगे कार्य
वहीं डिप्टी कमिश्नर के रूप में शपथ ग्रहण करने के बाद मंजूनाथ भजंत्री की भी प्रतिक्रिया सामने आई. सोशल मीडिया पर उन्होंने एक वीडियो पोस्ट किया था. जिसमे उन्होंने कहा कि आज उपायुक्त के रूप में शपथ ग्रहण किया है. जिला प्रशासन सरकार की सभी जन कल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारने का काम करेगी. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के स्तंभ पंचायत, प्रखंड अंचल कार्याल एवं पुलिस स्टेशन के पदाधिकारी/कर्मी ससमय कार्यालय आएं एवं संवेदनशीलता के साथ कार्य करें.