अनिल विज के हाथ से निकला ये मंत्रालय, खुद को बता रहे थे सीएम पद का दावेदार, सीएम सैनी ने कर दिया खेला

हरियाणा में नई सरकार के गठन के बाद विभागों के बंटवारे को लेकर सीएम ने बड़ा खेला कर दिया है. सीएम सैनी ने इस बार अनिल विज को राज्य गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी नहीं सौंपी है. विज पहले से ही खुद को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बता रहे थे, लेकिन उनके साथ खेला हो गया. सीएम बनने की चाह में वह अपना पुराना मंत्रालय भी खो बैठे.;

Haryana Cabinet News: हरियाणा में एक बार फिर भाजपा सरकार बन गई है. हाल ही में नायब सिंह सैनी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उनके साथ अन्य नेताओं को भी कैबिनेट मंत्री पद की शपथ दिलाई गई. अब नई सरकार के गठन के बाद विभागों के बंटवारे को लेकर सीएम ने बड़ा खेला कर दिया है.

सीएम सैनी ने इस बार अनिल विज को राज्य गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी नहीं सौंपी है. विज पहले से ही खुद को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बता रहे थे, लेकिन उनके साथ खेला हो गया. सीएम बनने की चाह में वह अपना पुराना मंत्रालय भी खो बैठे.

अनिल विज को मिले ये मंत्रालय

अनिल विज को इस बार ट्रांसपोर्ट, लेबर और एनर्जी मंत्रालयों की जिम्मेदारी सौंपी गई है. उनके पास पहले गृह मंत्रालय था, लेकिन इस बार मुख्यमंत्री सैनी ने इस अपने पास रखा है. विज मनोहर लाल खट्टर की जगह सैनी को मुख्यमंत्री बनाने से पहले से नाराज थे. वह चाहते थे कि वो सीएम पद की जिम्मेदारी संभाले. मगर भाजपा हाईकमान का फैसला कुछ और ही था. इसके बाद वह विधायक दल की बैठक बुलाई गई. जिसमें अनिल विज शामिल नहीं हुए और गृह मंत्रालय भी छोड़ दिया.

सीएम बनने का सपना अधूरा

अनिल विज ने कई बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जताई है. उन्होंने कई बार सीएम बनने का जिक्र किया है. हाल के चुनाव में भी वह खुद को सीएम पद का दावेदार बता रहे थे, लेकिन हुआ कुछ उल्टा ही. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा था कि पार्टी में मैं सबसे वरिष्ठ हूं, अगर हाईकमान ने चाहा तो अगली मुलाकात सीएम आवास पर होगी.

सीएम सैनी के पास 13 विभाग

मुख्यमंत्री सैनी ने अपने पास 13 विभागों की जिम्मेदारी रखी है. जिसमें गृह, वित्त, आबकारी एवं कराधान, योजना, नगर एवं ग्राम नियोजन और शहरी संपदा, भाषा एवं संस्कृति, सूचना, जनसंपर्क, सामान्य प्रशासन, न्याय प्रशासन, सभी के लिए आवास, आपराधिक जांच, कार्मिक एवं प्रशिक्षण तथा कानून एवं विधायी विभाग शामिल हैं. वहीं श्रुति चौधरी को महिला एवं बाल विकास तथा सिंचाई एवं जल विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है. बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 90 में से 48 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस को 37 सीटें मिलीं. बाकी पांच में से दो सीटें इनेलो और 3 निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीतीं.

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