आ गई हरियाणा में शपथ ग्रहण समारोह की तारीख, सैनी ही बनेंगे मुख्यमंत्री!

हरियाणा में भाजपा को बहुमत मिले हुए तीन दिन हो चुके होने के बाद अब सबकी निगाहे शपथ ग्रहण समारोह पर टिकी हुई है तो आखिर किस दिन होगा शपथ ग्रहण और कौन बनेगा मुख्यमंत्री? तो आइए इस खबर में विस्तार जानते हैं.;

Edited By :  सागर द्विवेदी
Updated On : 11 Oct 2024 2:30 PM IST

हरियाणा में भाजपा जानता पार्टी लगातार तीसरी बार सरकार बनाने के लिए तैयार है, रिजल्ट को आएं हुए 3 दिन हो चुके हैं लेकिन अभी मुख्यमंत्री कौन होगा इस बात को लेकर क्लीयर नहीं हो पाया है. सूत्रों के मुताबिक हरियाणा में अनिज विज भी खुद की सीएम पद का दावा पेश कर रहे थे लेकिन भाजपा के हाईकमान की ओर से अभी तक मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर कोई खबर सामने नहीं आई है. इसी के साथ सबकी निगाहे टिकी हुई है कि हरियाणा शपथ ग्रहण कब होगा?

 15 अक्टूबर को हो सकता है शपथ ग्रहण

खबरों के मुताबिक बताया जा रहा है कि 15 अक्टूबर को हरियाणा का शपथ ग्रहण हो सकता है. वहीं इसके साथ ही कहा जा रहा है कि दूसरी पार मुख्यमंत्री नायब सैनी सीएम पद की शपथ ले सकते हैं. शपथ ग्रहण समारोह की व्यवस्थाओं की देखभाल के लिए मुख्य सचिव ने पंचकूला जिला आयुक्त की अध्यक्षता में 10 सदस्यीय समिति गठित की है.

कौन होगा हरियाणा का सीएम

विधानसभा चुनावों में पार्टी की जीत के बाद राज्य में नई सरकार के प्रमुख रूप से शपथ लेने से पहले नायब सिंह सैनी ने बुधवार को दिल्ली में पीएम मोदी समेत भाजपा के कई नेताओं से मुलाकात की थी. बीते दिन गुरुवार को सैनी ने राजधानी में केंद्रीय मंत्री और हरियाणा के लिए भाजपा के चुनाव प्रभारी धर्मेद्र प्रधान से मुलाकात की. भाजपा ने चुनावों के दौरान संकेत दिया था कि सैनी, जो मार्च में मनोहर लाल खट्टर की जगह मुख्यमंत्री बने थे और अन्य पिछड़ा वर्ग से आते हैं, अगर वह जीतती है तो शीर्ष पद के लिए उनकी पसंद होंगे.

किसानों से मिले सैनी

हरियाणा के कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सैनी आज अपने गृह क्षेत्र लाडवा के दौरे पर, नायब सैनी पिपली अनाज मंडी पहुंचे और किसानों से की बातचीत. उसके उपरांत कार्यवाहक मुख्यमंत्री लाडवा अनाज मंडी का दौरा करेंगे तथा वहाँ भी किसानों से बातचीत करेंगे.



अनिल विज ने बताया हरियाणा चुनाव जलेबी सुर्खियों में क्यों?

हरियाणा के पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक अनिल विज ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, 'राहुल गांधी की दिलचस्पी सिर्फ जलेबी में थी, चुनाव में नहीं... कांग्रेस को अपना चुनाव चिह्न पांजा से बदलकर जलेबी कर लेना चाहिए. हम उनकी हकीकत जानते हैं और इसलिए हम पहले दिन से कह रहे थे कि भाजपा जीतेगी.'

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