हार की जिम्मेदारी से झाड़ रहीं पल्ला, कुमारी सैलजा का कांग्रेस हाईकमान के सामने नया ड्रामा

कांग्रेस पार्टी में चुनाव के दौरान काफी कलह देखने को मिला. कुमारी सैलजा और भूपिंदर सिंह हु्ड्डा के विवाद के बीच सैलजा ने हाईकमान से एक और डिमांड कर दी है. उन्होंने पार्टी में बदलाव की मांग की है. अब सैलजा ने कहा कि संगठन में बदलाव करने की जरूरत है. ऐसा इसलिए क्योंकि प्रदेश अध्यक्ष उदयभान को हुड्डा का करीबी माना जाता है.;

Kumari Salja News: हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा हुए सप्ताह भर से अधिक का समय हो गया है. चुनाव में कांग्रेस के दावे फैल हुए और प्रदेश में तीसरी बार भाजपा सरकार बनाने जा रही है. हरियाणा में हार के बाद कांग्रेस पार्टी बौखलाई हुई है. पार्टी का आपसी कलह चुनाव में हार का बड़ा कारण रहा है. अब कुमारी सैलजा ने एक नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है.

कांग्रेस पार्टी में चुनाव के दौरान काफी कलह देखने को मिला. कुमारी सैलजा और भूपिंदर सिंह हु्ड्डा के विवाद के बीच सैलजा ने हाईकमान से एक और डिमांड कर दी है. उन्होंने पार्टी में बदलाव की मांग की है.

सैलजा की नई मांग

चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर पार्टी के नेता आपस में लड़ते नजर आए. जिनमें कुमारी सैलजा और हुड्डा का नाम सबसे आगे रहा. वहीं चुनाव में हार जाने का तीसरा कारण रणदीप सिंह सुरजेवाला को बताया गया. अब सैलजा ने कहा कि संगठन में बदलाव करने की जरूरत है. ऐसा इसलिए क्योंकि प्रदेश अध्यक्ष उदयभान को हुड्डा का करीबी माना जाता है.

क्या बोलीं सैलजा?

सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा चुनाव के नतीजों ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को निराश किया है. लेकिन हम हताश नहीं हैं, पार्टी इसकी जांच करेगी. उन्होंने आगे कहा कि इस हार पर चिंता करने की जगह पार्टी को आगे के मंथन पर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने कहा कि बीते 10-12 सालों से संगठन ठीक से काम नहीं कर रहा है. इसलिए हाईकमान को इसमें बदलाव करना चाहिए.

राहुल गांधी के आरोपों को किया खारिज

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चुनाव के परिणाम आने के बाद कांग्रेस के दिग्गज ने दिल्ली में सभी नेताओं के साथ एक बैठक की थी. जिसमें चुनाव में हार के कारणों पर विचार किया गया. इस दौरान राहुल गांधी ने आपसी कलह को हार का कराण बताया. इस पर सिरसा सांसद ने कहा कि अब तक इस पर उनकी ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.

सैलजा की नाराजगी का कारण

हरियाणा में सैलजा कांग्रेस का बड़ा दलित चेहरा हैं. लेकिन जाटों के बीच भूपेंद्र हुड्डा का प्रभाव अधिक देखने को मिलता है. सैलजा खुद को सीएम पद का दावेदार मान रही थीं और इसी वर्ष सिरसा लोकसभा सीट से जीतकर सांसद बनीं. वह चाहती थीं कि वह विधानसभा का चुनाव लड़े लेकिन पार्टी ने मना कर दिया. फिर उन्होंने 30 से 35 समर्थकों के लिए टिकट मांगा और कांग्रेस ने वो बात भी नहीं मानी. पार्टी ने सिर्फ 9 समर्थकों को टिकट दी. इसने सैलजा की नाराजगी को बढ़ा दिया.

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