Haryana News: एक चिंगारी ने चार लोगों को जला दिया जिंदा, जानें कैसे लगी आग?

पूर्वी चंपारण के घोड़ासहन थाना क्षेत्र के लौखान खेरवा टोला निवासी नूर आलम और उनका सगा भाई मोहम्मद मुश्ताक गुरुग्राम की एक कंपनी में काम करते थे. दोनों भाई ने गुरुग्राम के सेक्टर 37 में एक किराए के घर में रहते थे. रात के करीब 12 बजे घर वालों ने कमरे से धुआं निकलते हुए देखा तो उन्होंने पुलिस को इस बात की जानकारी दी और दमकल विभाग को भी बताया.;

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Edited By :  संस्कृति जयपुरिया
Updated On : 27 Oct 2024 7:41 AM IST

हरियाणा के गुरुग्राम में आग लगने की खबर आ रही है. ऐसा बताया जा रहा है कि एन्क्लेव कालोनी के एक घर में कमरे में देर रात को आग लग गई. यह घटना शुक्रवार की है. कमरे में सो रहे चार लोग जिसमें से 2 सगे भाई थे , सभी की मौत हो गई. चारों लोग पूर्व चंपारण के रहने वाले थे. ऐसा बताया जा रहा है कि आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी है.

पूर्वी चंपारण के घोड़ासहन थाना क्षेत्र के लौखान खेरवा टोला निवासी नूर आलम और उनका सगा भाई मोहम्मद मुश्ताक गुरुग्राम की एक कंपनी में काम करते थे. दोनों भाई ने गुरुग्राम के सेक्टर 37 में एक किराए के घर में रहते थे. वहीं उनके बगल के कमरे में मामा और चाचा के बेटे रहते थे जिनका नाम साहिल और अमन था, वे दोनों परिवार वालों के साथ ही रहते थे. साहिल टेलर का काम करता था और अमन अभी पढ़ाई कर रहा था, वह 10वी कक्षा में था.

12 बजे लगी आग,दमकल को दी सूचना

शुक्रवार की रात चारों भाई एक ही कमरे में सो रहे थे और वहीं बगल वाले कमरे में घर वाले सो रहे थे. रात के करीब 12 बजे घर वालों ने कमरे से धुआं निकलते हुए देखा तो उन्होंने पुलिस को इस बात की जानकारी दी और दमकल विभाग को भी बताया, लेकिन तब तक आग बहुत तेज से फैल गई थी.

चारों भाईयों की हुई मौत

शोर सुनकर अगर-बगल के लोग भी आएं. आग इतनी तेज थी कि चारों भाई उठ भी नहीं पाए. पड़ोस के लोगों ने मिलकर दरवाजा तोड़ा, लेकिन तब तक बहुत देर हो गई थी, चारों की जान जा चूकी थी. कुछ देर बाद दमकल और पुलिस पहुंची और चारों शव को बाहर निकाला गया. चारों भाईयों का अंतिम संस्कार गुरुग्राम में ही किया गया. मृतकों के पिता शकूर मियां ने बताया कि सभी मृतकों का अंतिम संस्कार वहीं किया जाएगा.

कब से परिवार गुरुग्राम में रह रहा था?

मृतकों के पिता शकूर मियां ने बताया कि वे खुद पांच भाई है और अधिकतर सभी लोग गुरुग्राम में ही रहते है, हम सब यहां पिछले 10 सालों से रह रहे है. घटना के बारे में सभी रिश्तेदारों को जानकारी उन्होंने रात को ही दे दी थी. ऐसा कहा जा रहा है कि आग लगने की वजह शॉर्ट- सर्किट है.

आग से नहीं लड़ पाया पिता, हुआ दुख

दस दिन पहले गुरुग्राम में आए नूर आलम (27) ने कभी नहीं सोचा होगा कि ये उनकी आखिरी यात्रा होगी, जो कि अंतिम संस्कार में बदल गई. शुक्रवार को आग लगने की वजह से उसकी जान चली गई. इस घटना में उसके सगे भाई मुश्ताक आलग (28) और चचेरे भाई अमन (17) व मागा के लड़के साहिल (22) भी जिंदा जल गए और सभी की मौत हो गई. गुरुग्राग के सरस्वती एन्क्लेव में रहने वाले मृतक के पिता को इस बात का बहुत दुख था कि वह आग से नहीं लड़ पाए और अपने बच्चों को नहीं बचा पाए.

इस खबर से हर कोई दंग रह गया, घर के कमाने वाले लड़कों के साथ ऐसा होगा कभी किसी ने नहीं सोचा था. खबर सुनते ही नूर व मुश्ताक आलम की मां रोबेशा खातून एक अन्य बेटे मुन्ना के साथ शनिवार को गुरुग्राम के लिए निकल गई. इस घटना से हर कोई बहुत दुख और सदमे में था.

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