JC Bose यूनिवर्सिटी की छठी मंज़िल पर पंखे से लटकी मिली स्टूडेंट की लाश, पुलिस ने सुसाइड नोट किया बरामद, 20 दिन में दूसरी मौत

जेसी बोस यूनिवर्सिटी यूनिवर्सिटी में सिर्फ 20 दिन के भीतर दो छात्र ने आत्महत्या कर ली, जहां दक्ष नाम के फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट का शव बिल्डिंग की छठी मंजिल पर पंखे से लटका हुआ मिला. पुलिस ने इस मामले में सुसाइड नोट भी बरामद कर लिया है.;

( Image Source:  AI: Representative Image )
Edited By :  हेमा पंत
Updated On : 19 Oct 2025 6:28 PM IST

फरीदाबाद के बल्लभगढ़ में स्थित जेसी बोस यूनिवर्सिटी हाल ही में युवाओं के सपनों और उम्मीदों की जगह के बजाय त्रासदी की केंद्र बन गई है. 20 दिनों के भीतर दो विद्यार्थियों ने आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठाया, जिससे छात्र समुदाय और उनके परिजनों में गहरा सदमा है.

दक्ष नाम के छात्र की लाश बिल्डिंग के परिसर की छठी मंजिल पर पंखे से लटका हुआ मिला, जहां पुलिस और मृतक के घरवालों को तुरंत बुलाया गया. ये घटनाएं सिर्फ आंकड़े नहीं हैं, बल्कि हर एक व्यथा एक परिवार, एक भविष्य और शिक्षा व्यवस्था की चुनौतियों की गवाह हैं.

पंखे से लटकी मिली लाश 

गुरुवार तड़के यूनिवर्सिटी के परिसर में सन्नाटा पसरा रहा, जब बीएससी लाइफ साइंस के फर्स्ट ईयर के छात्र दक्ष का शव दीन दयाल उपाध्याय बिल्डिंग की छठी मंजिल पर पंखे से लटका मिला. दक्ष ने हाल ही में एडमिशन लिया था और एमजीएम नगर में अपने परिवार के साथ रहता था. रोजाना ऑटो से कॉलेज आने-जाने वाला दक्ष अंदर ही अंदर मानसिक तनाव में था.

दक्ष ने क्यों किया सुसाइड?

पुलिस के अनुसार, घटनास्थल से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसमें छात्र ने अपनी मौत के लिए किसी का भी नाम नहीं लिया है. वहीं, विश्वसनीय सूत्रों का कहना है कि दक्ष ऑनलाइन मोड में पढ़ाई करना चाहता था, लेकिन पारिवारिक दबाव के चलते उसे ऑफलाइन क्लासेस में एडमिशन लेना पड़ा. यही फैसला उसके मन में लगातार बेचैनी और तनाव की वजह बना रहा. जब हादसे की खबर मिलते ही उसके पिता मौके पर पहुंचे, तो गमगीन आवाज में उन्होंने बताया कि दक्ष उनका इकलौता बेटा था और उनकी एक बेटी भी है.

पहले भी छात्र कर चुके हैं खुदकुशी

यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले 9 अगस्त को यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में थर्ड ईयर की छात्रा वंशिका ने भी आत्महत्या की थी. मृतक के साथ दो लड़कियां रहती थी, जिसमें से एक रक्षाबंधन के लिए अपने घर गई हुई थी. खुदकुशी करने से पहले वंशिका ने अपनी सहेली को बहाने के कमरे के बाहर भेजा और फिर अपनी जान ले ली. 

पिता ने लगाए हॉस्टल की महिला कर्मचारी पर आरोप

वंशिका हरियाणा के रेवाड़ी जिले के मोतला खुर्द गांव की रहने वाली थी. उसके पिता अविनाश ने हॉस्टल की एक महिला कर्मचारी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह उनकी बेटी को परेशान करती थी. इतना ही नहीं, मृतक के पिता का कहना है कि आत्महत्या करने से पहले वंशिका का सौरभ नाम के एक लड़के के साथ बहस हुई थी, जो उन्ही के गांव का रहने वाला है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है, जबकि वंशिका का परिवार अब भी इंसाफ की उम्मीद में है.

सवालों की छाया

इन दोनों घटनाओं ने यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन और पेरेंट्स के सामने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. क्या बदलते शिक्षा रूपों — ऑनलाइन और ऑफलाइन के दबाव ने छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर असर डाला? क्या कॉलेज प्रशासन अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रहा है? हर हादसा सिर्फ एक स्टूडेंट की नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम की खामियों को दिखाता है. दोनों मामलों में पुलिस जांच जारी है, लेकिन समुदाय को लंबी लड़ाई लड़नी है.

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