हरियाणा चुनाव में मेरी जान लेने की कोशिश की गई; प्रशासन पर अनिल विज का गंभीर आरोप
हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने आरोप लगाया है कि हरियाणा चुनाव के दौरान प्रशासन ने उनकी जान लेने की कोशिश की है.;
हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने आरोप लगाया है कि हरियाणा चुनाव में प्रशासन ने उन्हें हराने की कोशिश की और उनकी जान लेने की साजिश रची. उन्होंने एक कार्यक्रम में दावा किया कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में अंबाला कैंट सीट पर वे केवल 7,277 वोटों के अंतर से चुनाव जीते थे.
अनिल विज ने कहा कि चुनाव के दौरान उनके खिलाफ खूब खेल खेले गए. उन्होंने कहा, 'प्रशासन ने उन्हें हराने की पूरी कोशिश की, जो जांच का विषय है. नगर परिषद ने हमारी स्वीकृत सड़कों का निर्माण रोक दिया. इसके अलावा अन्य काम भी रोक दिए गए. प्रशासन ने इस चुनाव में खून-खराबा कराने की भी कोशिश की ताकि अनिल विज या उनका कार्यकर्ता मर जाए, ताकि चुनाव प्रभावित हो सके.
कहां थी पुलिस, मुझे कुछ हो जाता तो; अनिल विज
अनिल विज ने कहा कि, 'मुझे शाहपुर गांव की धर्मशाला में एक कार्यक्रम में जाना था और इसके लिए चुनाव आयोग से इजाजत ली थी. जब चुनाव आयोग इजाजत देता है तो पुलिस से NOC भी लेता है. जब मैं उस कार्यक्रम में गया को वहां काफी लोग पहुंचे थे. इश बीच कई लोग लाठी- डंडे लेकर हॉल के अंदर आ गए और मारपीट हो गई. अगर इस झड़प में कुछ गलत हो जाता तो. मैंने अपना धैर्य बनाए रखा, लेकिन मैं पूछता चाहता हूं उस समय पुलिस कहां थी.
आगे उन्होंने कहा कि उन्हें जेड सिक्योंरिटी मिली थी इस घटना से एक दिन पहले उनकी सुरक्षा वापस ले ली गई थी. उस दिन CID कहां थी? उन्हें इस विरोध के बारे में क्यों नहीं पता था? इसी तरह, गांव गरनाला में एक घटना हुई और कार्यक्रम में जाने से पहले मैंने डीजीपी, डीसी, एसपी, चुनाव आयोग और आरओ को सूचित किया था कि मेरा वहां कार्यक्रम है. लेकिन वहां भी झड़प हुई और अगर इस कार्यक्रम में किसी को कुछ हो जाता, तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होता। पुलिस प्रशासन अनिल विज को हराने की कोशिश कर रहा था और उनके इशारे पर कुछ कार्यकर्ताओं ने विद्रोह कर दिया'