दिल्ली में कब हुआ था पहला इलेक्शन, कितने लोगों ने डाला वोट?
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का एलान हो गया है. सभी पार्टियों ने अपनी तैयारियों को धार देना शुरू कर दिया है. इन सबके बीच लोगों के मन में सवाल उठ रहे हैं कि दिल्ली में पहला विधानसभा चुनाव कब हुआ, पहले मुख्यमंत्री कौन थे और दिल्ली को कब केंद्रशासित प्रदेश घोषित किया गया... आइए, इन सभी सवालों के जवाब जानते हैं...;
Delhi’s First Assembly Election 1952: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का एलान हो गया है. 5 फरवरी को मतदान और 8 फरवरी को मतगणना होगी. केंद्रशासित प्रदेश दिल्ली में कुल 70 विधानसभा सीटें हैं. पिछले चुनाव में इसमें से 62 सीटों पर AAP और 8 सीटों पर बीजेपी को जीत मिली थी.
दिल्ली में पहला विधानसभा चुनाव 1952 में हुआ था. उस समय कुल मतदाता 7.44 लाख थे. कांग्रेस ने 48 सीटों में से 39 सीटों पर जीत दर्ज की थी. चौधरी ब्रह्म प्रकाश मुख्यमंत्री बने.
दिल्ली को कब केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया गया?
दिल्ली को 1956 में केंद्र शासित प्रदेश घोषित कर दिया गया. अगले 37 सालों तक पहले विधानसभा को नगर पालिका परिषद घोषित किया गया, फिर इसे महानगर परिषद घोषित कर दिया गया और इसका हेड उपराज्यपाल को बनाया गया. 1991 में संसद ने विधानसभा बहाल करने का प्रस्ताव पारित किया, जिसके बाद 1993 में चुनाव हुए. इस दौरान कुल मतदाता 58.5 लाख थे. वहीं, सीटों की संख्या 48 से बढ़कर अब 70 हो गई. मदन लाल खुराना मुख्यमंत्री बने. वे 1996 तक अपने पद पर रहे.
52 दिन तक सीएम रहीं सुषमा स्वराज
खुराना के बाद साहिब सिंह वर्मा 1996 से 1998 तक सीएम रहे. उनके बाद सुषमा स्वराज को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बिठाया गया. उस दौरान वे केद्रीय मंत्री थीं. इस्तीफा देकर उन्होंने सीएम पद की शपथ ली. वह इस पद पर केवल 52 दिन तक रहीं. बीजेपी ने 70 में से 49 सीटों पर जीत दर्ज की.
1998 में मतदाताओं की कुल संख्या बढ़कर 1.19 करोड़ हो गई. इस चुनाव में कांग्रेस की लहर देखने को मिली. पार्टी ने 70 में से 52 सीटों पर जीत दर्ज की. शीला दीक्षित पहली बार मुख्यमंत्री बनीं. वे 1998 से 2013 तक दिल्ली की सीएम रहीं. इस बीच कांग्रेस ने 2003 में 70 में से 47 सीटें और 2008 में 70 में से 43 सीटें जीती.
दिल्ली में लगातार 10 साल से AAP की सरकार
आम आदमी पार्टी ने 2013 के विधानसभा चुनाव में पहली बार हिस्सा लिया. उसने 70 में से 28 सीटों पर जीत दर्ज की. हालांकि, यह सरकार महज 49 दिन तक ही चल पाई. इसके बाद राष्ट्रपति शासन लग गया. 2015 में हुए चुनाव में AAP ने कांग्रेस का सफाया करते हुए 67 सीटों पर जीत दर्ज की. वहीं, बीजेपी महज 3 सीटों पर सिमट कर रह गई. यही सिलसिला 2020 में देखने को मिला, जब AAP ने 62 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि बीजेपी 8 सीटों पर जीत दर्ज करने में कामयाब रही. 2020 में कुल मतदाताओं की संख्या 1.47 करोड़ थी.
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में इस बार 1.55 करोड़ मतदाता पंजीकृत हैं. इसमें 83.49 लाख पुरुष और 71.74 लाख महिलाएं शामिल हैं. चुनाव के लिए 2697 जगहों पर 13,033 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं. 20 से 29 साल के युवा वोटरों की संख्या 25.89 लाख है. वहीं, पहली बार 2.08 लाख मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे.