छापेमारी में पकड़ा न जाए इसीलिए बनाया दिल्ली ब्लास्ट का प्लान, आतंकी डॉक्टर उमर की तस्वीर आई सामने - 10 Updates

दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के बाहर हुए धमाके की जांच में चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, ये हमला आतंकी डॉक्टर उमर मोहम्मद ने फरीदाबाद छापेमारी के बाद घबराकर अंजाम दिया. धमाका I-20 कार में हुआ जिसमें नौ लोगों की मौत और 20 से अधिक घायल हुए. एजेंसियों का कहना है कि यह आत्मघाती फिदायीन हमला था और इसके तार पुलवामा व फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल से जुड़े हैं. अब जांच में सामने आया है कि उमर का कनेक्शन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) से भी हो सकता है. पुलिस ने यूएपीए समेत कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है और उमर के परिवार से पूछताछ जारी है. गृह मंत्री अमित शाह ने सुरक्षा एजेंसियों के साथ उच्च स्तरीय मीटिंग बुलाई है.;

( Image Source:  X/iamnarendranath )
Edited By :  नवनीत कुमार
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दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के बाहर हुआ धमाका अब पूरी तरह आतंकी साजिश के तौर पर सामने आ रहा है. जांच एजेंसियों ने शुरुआती जांच में यह पुष्टि की है कि यह फिदायीन हमला (Suicide Blast) था, जिसमें कार में बड़ी मात्रा में विस्फोटक भरा गया था. धमाके में 9 लोगों की मौत और 20 से ज्यादा घायल हुए हैं. इस वारदात के तार सीधे फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल से जुड़ते नजर आ रहे हैं. वही मॉड्यूल जिसके खिलाफ हाल ही में पुलिस ने बड़े पैमाने पर छापेमारी की थी.

फरीदाबाद में छापों के बाद से ही संदिग्ध आतंकी डॉ. उमर मोहम्मद पैनिक में था. एजेंसियों का मानना है कि गिरफ्तारी के डर से उसने जल्दबाजी में दिल्ली ब्लास्ट की योजना बना डाली. सूत्रों के मुताबिक, उमर ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर कार में डेटोनेटर लगाया और शाम के पीक ट्रैफिक ऑवर में धमाका कर दिया, ताकि ज्यादा से ज्यादा नुकसान हो सके.

उमर की पहली तस्वीर जारी

दिल्ली ब्लास्ट मामले में पुलिस को बड़ी सुराग मिली है. लाल किले के पास सोमवार शाम हुए धमाके के बाद अब एक संदिग्ध की फोटो सामने आई है, जिसकी पहचान डॉ. उमर के रूप में हुई है. प्राथमिक जांच में खुलासा हुआ है कि आई-20 कार (HR26CE7674) में सिर्फ उमर ही मौजूद था, जिसने सुसाइड बम बनकर खुद को उड़ाया. वह जम्मू-कश्मीर के पुलवामा का रहने वाला था और फरीदाबाद के अल-फलाह मेडिकल कॉलेज में बतौर डॉक्टर काम करता था. सूत्रों के मुताबिक, उमर डॉ. आदिल का करीबी सहयोगी था और दोनों एन्क्रिप्टेड टेलीग्राम चैनलों पर सक्रिय एक कट्टरपंथी डॉक्टरों के नेटवर्क का हिस्सा थे. उमर ने सरकारी मेडिकल कॉलेज श्रीनगर से एमडी मेडिसिन की पढ़ाई की थी और जीएमसी अनंतनाग में सीनियर रेजिडेंट के रूप में कार्यरत रहा. बाद में वह दिल्ली आ गया था, जहां से अब उसकी आतंकी साजिश का भंडाफोड़ हुआ है.

DNA टेस्ट से होगी आतंकी की पहचान

घटनास्थल से मिली आई-20 कार में एक शव के टुकड़े बरामद हुए हैं. दिल्ली पुलिस अब DNA टेस्ट कराकर यह पुष्टि करने में जुटी है कि क्या वह शव डॉ. उमर मोहम्मद का है. सीसीटीवी फुटेज में जो संदिग्ध कार चलाता दिख रहा है, उसने काले रंग का मास्क पहन रखा है, जिससे शक और गहरा गया है.

फरीदाबाद छापे के बाद बदला मूड

फरीदाबाद में भारी मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट की बरामदगी के बाद, उमर पर पुलिस का शिकंजा कसने लगा था. इसी दौरान उसने अपने दो साथियों के साथ मिलकर जल्दबाजी में दिल्ली ब्लास्ट की साजिश रची. एजेंसियों को शक है कि उसी पैनिक में यह हमला अंजाम दिया गया.

धमाके से पहले का सीसीटीवी रूट ट्रेस

दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने I-20 कार का पूरा CCTV रूट ट्रैक कर लिया है. कार आखिरी बार बदरपुर बॉर्डर पार करते हुए दिल्ली में दाखिल होती दिखी. फिर यह सुनहरी मस्जिद पार्किंग में 3 घंटे तक खड़ी रही. दोपहर 3:19 बजे से लेकर शाम 6:48 तक. जैसे ही कार बाहर निकली, 6:55 बजे ब्लास्ट हो गया.

I-20 कार की मालिकाना चेन से खुली नई परत

कार की जांच में पता चला कि यह गुरुग्राम आरटीओ में रजिस्टर्ड थी और पहले मोहम्मद सलमान के नाम पर थी. सलमान ने इसे नदीम को बेचा, नदीम ने फरीदाबाद के डीलर रॉयल कार जोन को, फिर यह तारिक और आखिर में उमर मोहम्मद के पास पहुंची. अब तारिक और आमिर दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ हो रही है.

आतंकी उमर का पुलवामा कनेक्शन

जांच में सामने आया है कि उमर जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले का रहने वाला है. वहां से वह मेडिकल की पढ़ाई के बाद फरीदाबाद में अंडरग्राउंड रह रहा था. फरीदाबाद मॉड्यूल के कई सदस्य पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं, जबकि उमर फरार था.

पुलिस की शुरुआती थ्योरी और अब का खुलासा

पहले पुलिस को शक था कि कार में तीन लोग सवार थे. लेकिन ताजा सीसीटीवी और फॉरेंसिक रिपोर्ट के बाद यह लगभग तय है कि कार में उमर अकेला था और उसने आत्मघाती तरीके से धमाका किया.

आतंकी कानूनों के तहत दर्ज FIR

दिल्ली पुलिस ने इस मामले में UAPA की धारा 16 और 18, Explosive Substances Act की धारा 3 और 4, और IPC की हत्या व हत्या के प्रयास की धाराएं लगाई हैं. FIR दर्ज कर अब मामला NIA को ट्रांसफर किए जाने की तैयारी चल रही है.

उमर के परिवार पर शिकंजा

पुलवामा में उमर के घर पर जम्मू-कश्मीर पुलिस ने छापेमारी कर उसकी मां और दो भाइयों को हिरासत में लिया है. फिलहाल उनसे पूछताछ जारी है कि उमर के संपर्क में आखिरी बार कौन था.

जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ाव की आशंका

सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली ब्लास्ट की स्टाइलिंग पुलवामा जैसे हमले से मिलती-जुलती है. जांच एजेंसियों को शक है कि इस ब्लास्ट के पीछे जैश-ए-मोहम्मद (JeM) का हैंड है. JeM की खासियत है कि वह IED-आधारित फिदायीन हमले को अंजाम देता है.

सुरक्षा एजेंसियों की बैठक आज

देश की आंतरिक सुरक्षा पर आज गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गई है. इसमें NIA, IB, RAW और दिल्ली पुलिस कमिश्नर शामिल होंगे. बैठक में ब्लास्ट के आतंकी नेटवर्क की गहराई से समीक्षा की जाएगी.

मुज्जमिल के स्लीपर सेल की तलाश तेज

जांच एजेंसियों को शक है कि मुज्जमिल नाम का आतंकी, जो फरीदाबाद से विस्फोटक जुटाने में मदद कर रहा था, अब भी फरार है. दिल्ली पुलिस, फरीदाबाद क्राइम ब्रांच और J&K पुलिस उसकी तलाश में संयुक्त अभियान चला रही हैं. एजेंसियों का मानना है कि फरीदाबाद का लोकल स्लीपर सेल नेटवर्क ही उमर को सपोर्ट कर रहा था.

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