'ईद पर जबरन नमाज पढ़वाया, मोबाइल भी जमा करवा लिया...'; छत्तीसगढ़ की सेंट्रल यूनिवर्सिटी में 155 हिंदू छात्रों ने लगाए गंभीर आरोप

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर स्थित गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय (GGU) में हाल ही में एक विवाद सामने आया है. छात्रों का आरोप है कि राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के तहत आयोजित एक शिविर में उन्हें जबरन नमाज़ पढ़ने के लिए मजबूर किया गया.​ विरोध करने पर उन्हें धमकाया गया और मानसिक दबाव डाला गया. मामले के सामने आने के बाद कुलपति प्रो. आलोक चक्रवाल ने 4 सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग कमेटी गठित की है, जिसे 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं.;

By :  अच्‍युत कुमार द्विवेदी
Updated On : 15 April 2025 7:13 PM IST

Guru Ghasidas University Namaz Controversy : छत्तीसगढ़ की सेंट्रल यूनिवर्सिटी से चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां 155 हिंदू छात्रों ने जबरन नमाज पढ़वाने का गंभीर आरोप लगाया है. ये सभी छात्र एनएसएस कैंप में शामिल हैं. उन्होंने पुलिस से मामले की शिकायत कर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. वहीं, कुलपति ने मामले का संज्ञान लेते हुए चार सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है.

बता दें कि पूरा मामला बिलासपुर की गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय यानी GGU की एनएसएस इकाई की तरफ से 26 मार्च से 1 अप्रैल तक शिवतराई में एक कैंप का आयोजन किया गया था, जिसमें कुल 159 छात्र शामिल हुए थे. इसमें 4 मुस्लिम छात्र थे.

30 मार्च की है घटना

आरोप है कि 30 मार्च को ईद-उल-फितर पर 4 मुस्लिम छात्रों के साथ 155 हिंदू छात्रों को भी मंच पर बुलाकर नमाज अदा करवाई गई. विरोध करने पर उन्हें धमकाया गया और मानसिक दबाव डाला गया.

योग क्लास के बहाने सिखाए गए नमाज के तौर-तरीके

छात्रों का आरोप है कि योग क्लास के बहाने उन्हें नमाज के तौर-तरीके सिखाए गए. मोबाइल पहले ही जमा करा लिया गया था, ताकि कोई सबूत न रहे. छात्रों ने मामले को धर्मांतरण की साजिश बताया. उन्होंने मानसिक रूप से परेशान करने और ब्रेनवॉश करने का भी आरोप लगाया.

विश्वविद्यालय की प्रतिक्रिया

कुलपति प्रो. आलोक चक्रवाल ने मामले की गंभीरता को देखते हुए 4 सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग कमेटी गठित की है, जिसे 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन ने NSS समन्वयक प्रो. दिलीप झा को उनके पद से हटा दिया है और उनकी जगह डॉ. राजेन्द्र कुमार मेहता को नया समन्वयक नियुक्त किया गया है.

पुलिस जांच जारी

छात्रों ने कोनी थाने में इस मामले की लिखित शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस ने विश्वविद्यालय से जवाब तलब किया है. मामले की जांच जारी है.

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