सुकमा में हुई मुठभेड़, एक नक्सली की मौत; शव के पास से हथियार बरामद
जानकारी के मुताबिक मंगलवार को सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई. इस दौरान एक नक्सली ढेर किया गया. यह मुठेभेड़ सोमवार रात को भेज्जी थाना क्षेत्र की पहाड़ियों में हुई. खुफिया सूत्रों से पुलिस को कोंटा और किस्टाराम एरिया कमेटी के सदस्यों की मौजूदगी में नक्सलियों से जुड़ी जानकारी मिली थी.;
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों नक्सलियों को प्रदेश से भगाने के लिए लगातार तलाशी अभियान चला रहे हैं. इसके तहत रोजाना कार्रवाई की जा रही है. अब पुलिस ने एक और नक्सली को मार गिराया है. मंगलवार 8 अक्टूबर को सुकमा जिले के भेज्जी थाना से यह मामला सामने आया.
जानकारी के मुताबिक आज सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई. इस दौरान एक नक्सली ढेर किया गया. यह मुठहुए भेड़ सोमवार रात को भेज्जी थाना क्षेत्र की पहाड़ियों में हुई. खुफिया सूत्रों से पुलिस को कोंटा और किस्टाराम एरिया कमेटी के सदस्यों की मौजूदगी में नक्सलियों से जुड़ी जानकारी मिली थी.
तलाशी अभियान किया शुरू
सूचना मिलते ही सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान शुरू कर दिया. इस अभियान को जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), बस्तर फाइटर, 206 कोबरा, 208 कोबरा, 131 सीआरपीएफ और 212 सीआरपीएफ की टुकड़ियों ने अंजाम दिया.
पुलिस को मिले कई हथियार
पुलिस को घटनास्थल से नक्सली के शव के पास ने हथियार मिले हैं. फिलहाल मृतक की पहचान होना बाकी है. यह अभियान जानकारी के आधार पर चलाया गया. बीते शाम पामलूर के जंगल में यह मुठभेड़ हुई. छत्तीगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी है. राज्य सरकार नक्सलियों को लेकर सख्ती बरत रही है, हर हाल में प्रदेश में इनके आतंक को खत्म करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं.
31 नक्सलियों की मौत
इससे पहले शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में सुरक्षा बलों ने 31 नक्सलियों को मार गिराया है. इनमें से 22 शवों की पहचान कर ली गई है. मारे गए नक्सलियों में महिलाएं भी शामिल हैं. इन सभी पर 1.67 करोड़ रुपये का इनाम था. बाकी 9 नक्सलियों के शवों की पहचान होना बाकी है. मुठभेड़ में 13 महिलाओं समेत 31 नक्सली मारे गए हैं.
सरकार लेगी नक्सलियों पर एक्शन
गृह मंत्री अमित शाह ने नक्सलवाद को खत्म करने के लिए सोमवार को एक अहम बैठक की. केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने दावा कि साल 2026 तक उग्रवाद की तरह इसे खत्म कर देंगे. उन्होंने कहा कि जो युवा उग्रवाद में शामिल हैं उनसे आग्रह है कि वह आगे आएं और मुख्य धारा से जुड़े. नक्सलियों को खत्म करने के लिए जॉइंट टास्क फोर्स का गठन किया गया है. लेकिन इसकी हाईरारकी पर अभी काम किया जा रहा है.