महादेव ऐप पर छिड़ी सियासत, कांग्रेस बोली- 'केवल दूसरों से पैसे वसूलने और आरोप लगाने का काम करते हैं'
महादेव ऐप मामले में गिरफ्तारी को लेकर कांग्रेस बीजेपी पर हमलेवार है. कांग्रेस के कई नेताओं ने बीजेपी पर वार करना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि इन लोगों ने केवल एक दूसरे पर आरोप लगाने का और दूसरों से पैसा वसूलने का काम किया है.;
छत्तिसगढ़ः महादेव ऐप के प्रमुख प्रमोटर सौरभ चंद्राकर को जल्द ही भारत लाया जाने वाला है. वहीं इस पर अब सियायसत होना शुरू हो चुकी है. आरोप प्रत्यारोप का सिलसिलेवार जारी है. कांग्रेस समेत बीजेपी आमने-सामने है. छत्तिसगढ़ से कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आई है. इसी कड़ी में राज्य के पूर्व मुख्यंत्री भूपेश बघेल ने इस मामले को लेकर सरकार के खिलाफ सवाल खड़े किए हैं.पत्रकारों से बातचीत के दौरान भूपेश बघेल ने कई सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि क्या इस ऐप को कभी बंद किया जाएगा या फिर नहीं?
अगर बंद नहीं किया जाएगा तो इसके पीछे क्या कारण है? इस दौरान उन्होंने बड़ा दावा करते हुए कहा कि यह लोग बस दूसरे पर आरोप लगाने का काम करते हैं और केवल दूसरों से पैसा वसूलते हैं. बघेल ने कहा कि ऐसा और कोई नहीं सरकार में बैठे हुए लोग ही कर रहे हैं.
गिरफ्तारी पर उठाए जा रहे सवाल
इस ऐप को प्रमोट करने वाले सौरभ चंद्राकर की गिरफ्तारी का ये मामले पर सियासत काफी तेज होती नजर आ रही है. इसी क्रम में कांग्रेस नेता टी.एस. सिंह देव से जब गिरफ्तारी को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने भी बड़ा दावा करते हुए कहा कि पहले के समय में जब ED कार्रवाई करती थी तो लगता था कि सजा मिलेगी. लेकिन अब ऐसा होता है केवल गिरफ्तारी होती हैं कई दिन कुछ लोग जेल में रहते हैं. लेकिन कुछ दिनों के बाद वह कुछ सबूत न मिलने पर जेल से बाहर आ जाते हैं. इस दौरान उन्होंने यह भी दावा किया कि सट्टा तो भी जारी है. लेकिन नाम बदल दिया गया है. उन्होंने कहा कि इससे और कुछ नहीं बस एजेंसियों के प्रति लोगों का विश्वास कम हो जाता है.
कौन है सौरभ चंद्राकर?
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई शहर में सौरभ अपने भाई के साथ रहता था. साथ ही जूस फैक्ट्री के नाम से अपनी एक दुकान चलाता था. वहीं जांच एजेंसी ईजी को महादेव ऑनलाइन बुक गेमिंग और सट्टेबाजी ऐप पर शक हुआ तो इसकी जांच हुई. इसमें सौरभ चंद्राकर का नाम सामने आया था. अब तक इस मामले में ईडी ने 11 लोगों को गिरफ्तार किया है. इतना ही नहीं 2 के खिलाफ चार्जशीट भी जारी की गई है.