तेजाब से नहलाने वाले से लेकर सरेआम विपक्षी प्रत्याशी के सिर में गोली मारने वाले तक, बिहार के टॉप 10 बाहुबली
बिहार में बाहुबलियों का एक लंबा और जटिल इतिहास रहा है, जो सामाजिक, राजनीतिक और आपराधिक क्षेत्रों में प्रभावी रहे हैं. बाहुबली शब्द उन व्यक्तियों के लिए उपयोग किया जाता है, जिनका क्षेत्रीय राजनीति में दबदबा होता है और जो अपनी ताकत, धन और कभी-कभी आपराधिक गतिविधियों के माध्यम से अपना प्रभुत्व बनाए रखते हैं.;
बिहार के छोटे सरकार यानी अनंत सिंह पर पिछले दिनों ताबड़तोड़ फायरिंग की गई. इस घटना में अनंत सिंह बाल बाल बच गए. केस दर्ज होने के बाद उन्होंने कोर्ट में सरेंडर भी कर दिया. साथ ही उनपर गोली चलाने के आरोपी सोनू और मोनू ने भी सरेंडर कर दिया है. इस घटना के बाद बिहार के बाहुबलियों की चर्चा होने लगी है.
बिहार में बाहुबलियों का लंबा इतिहास रहा है. ताकत के जोर पर इलाके में दबदबा कायम करने वाले ऐसे लोगों का राजनेता भी खूब इस्तेमाल करते रहे हैं. फिर कई बाहुबली खुद ही नेता भी बन बैठे, जिसने राज्य की सियासत को अलग ही दिशा दी, जब बंदूक के जोर पर चुनाव के नतीजे तय होने लगे.
हालांकि, यह सूची समय-समय पर बदलती रहती है, लेकिन बिहार के कुछ प्रमुख बाहुबली नेताओं के नाम अक्सर चर्चा में रहते हैं. आइए जानते हैं बिहार के बाहुबलियों के बारे में...
अनंत सिंह (छोटे सरकार)
अनंत सिंह मोकामा क्षेत्र के विधायक और बिहार के सबसे चर्चित बाहुबली नेताओं में से एक हैं. उन्हें "छोटे सरकार" के नाम से जाना जाता है. उनके खिलाफ हत्या, अपहरण और अन्य कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. बावजूद इसके, वे अपने क्षेत्र में काफी लोकप्रिय हैं और जनता के बीच उनका प्रभावशाली रुतबा बना हुआ है.
राजन तिवारी
राजन तिवारी बिहार के पश्चिमी क्षेत्र के एक कुख्यात बाहुबली नेता हैं. उन्होंने एक समय में अपराध की दुनिया में अपनी पहचान बनाई और बाद में राजनीति का रुख किया. हत्या और जबरन वसूली जैसे मामलों में आरोपी होने के बावजूद, वे अपने राजनीतिक संपर्कों और प्रभावशाली छवि के कारण चर्चित रहे हैं.
मुन्ना शुक्ला
मुन्ना शुक्ला वैशाली क्षेत्र के प्रभावशाली बाहुबली नेता और जनता दल (यू) के सदस्य रह चुके हैं. वे विधायक के रूप में अपनी राजनीतिक भूमिका निभा चुके हैं. उनके खिलाफ हत्या और अन्य गंभीर अपराधों के मामले दर्ज हैं. इसके बावजूद, वे अपने क्षेत्र में एक प्रभावशाली नेता के रूप में जाने जाते हैं.
पप्पू यादव
पप्पू यादव मधेपुरा क्षेत्र से पूर्व सांसद और जन अधिकार पार्टी (जाप) के प्रमुख हैं. विवादास्पद छवि के बावजूद, वे अपने सामाजिक कार्यों और सुधारवादी दृष्टिकोण के लिए लोकप्रिय हैं. उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया है. हालांकि, उनके खिलाफ आपराधिक मामलों का लंबा इतिहास है, लेकिन उनकी सादगी और जनता से जुड़े रहने की वजह से वे खासे प्रिय हैं.
सुरजभान सिंह
सुरजभान सिंह लखीसराय क्षेत्र के प्रभावशाली बाहुबली नेता और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के सदस्य हैं. वे सांसद के रूप में अपनी राजनीतिक भूमिका निभा चुके हैं. हत्या और अन्य गंभीर अपराधों में उनके नाम का उल्लेख हुआ है. बावजूद इसके, वे अपने क्षेत्र में एक लोकप्रिय और प्रभावशाली नेता के रूप में जाने जाते हैं.
शहाबुद्दीन
शहाबुद्दीन सीवान क्षेत्र के कद्दावर बाहुबली नेता और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख सदस्य रहे हैं. उनके खिलाफ हत्या, अपहरण और अन्य कई संगीन मामलों में आरोप लगे. अपने समर्थकों के बीच वे बेहद लोकप्रिय रहे, जबकि विरोधियों के लिए डर का प्रतीक माने जाते थे. 2021 में उनका निधन हो गया, लेकिन उनकी छवि अब भी चर्चा का विषय बनी हुई है.
बिंदी यादव
बिंदी यादव गया क्षेत्र के चर्चित बाहुबली नेता हैं. उन्होंने हत्या, भ्रष्टाचार और अन्य गंभीर मामलों में अपने नाम को शामिल किया है. अपने क्षेत्र में वे राजनीतिक और आपराधिक गठजोड़ के लिए पहचाने जाते हैं. उनके परिवार का भी राजनीति और विवादों में गहरा जुड़ाव रहा है.
अजीत सिंह
अजीत सिंह आरा क्षेत्र के कुख्यात गैंगस्टर और बाहुबली नेता के रूप में जाने जाते हैं. उनकी पहचान अपराध की दुनिया में शुरू हुई, लेकिन बाद में उन्होंने राजनीति में कदम रखा. वे हत्या और जबरन वसूली जैसे मामलों में आरोपित रहे हैं. अपने क्षेत्र में उनकी पकड़ और राजनीतिक ताकत काफी मजबूत है.
रितलाल यादव
रितलाल यादव पटना क्षेत्र के बाहुबली नेता और बिहार विधान परिषद के सदस्य रह चुके हैं. उनके खिलाफ मर्डर, अपहरण और अन्य गंभीर अपराधों के मामले दर्ज हैं. राजनीति में आने के बाद, उन्होंने खुद को जनता का नेता बताने की कोशिश की. पटना में उनकी प्रभावशाली छवि और दबदबा काफी चर्चा में रहता है.
रामा सिंह
रामा सिंह वैशाली क्षेत्र के चर्चित बाहुबली नेता और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के सदस्य रहे हैं. वे हत्या और अन्य आपराधिक मामलों में आरोपित रहे हैं. उनके विवादास्पद बयान और राजनीतिक रणनीतियां हमेशा चर्चा में रहती हैं. इन्होंने छत्तीसगढ़ के कोयला व्यापारी वैशाली में वे एक लोकप्रिय और प्रभावशाली चेहरे के रूप में पहचाने जाते हैं.