NIA का DSP निकला रिश्वतखोर, पकड़ा गया रंगे हाथ, बिहार की इस पार्टी से जुड़ा है मामला
सीबीआई ने यह कार्रवाई पूर्व एमएलसी मनोरमा देवी के बेटे राकेश रंज उर्फ रॉकी यादव की शिकायत पर की है. रॉकी रमैया कंस्ट्रक्शन का मालिक है. उसने शिकायत में कहा था कि एनआईए के अधिकारी उसे और उसके परिवार को नक्सली सांठगांठ और अवैध हथियार रखने के मामले में धमकी दे रहे हैं और पैसे मांग रहे हैं.;
Bihar News: बिहार में रिश्वत लेने के आरोप में सीबीआई ने बड़ा एक्शन लिया. गुरुवार को केंद्रीय एजेंसी ने नेशनल इवेंस्टिगेशन एजेंसी पटना ब्रांच के डीएसपी अजय प्रताप सिंह को गिरफ्तार किया है. उन पर अपने साला हिमांशु व एक अन्य एजेंट के साथ 20 लाख रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया.
सीबीआई ने यह कार्रवाई पूर्व एमएलसी मनोरमा देवी के बेटे राकेश रंज उर्फ रॉकी यादव की शिकायत पर की है. रॉकी रमैया कंस्ट्रक्शन का मालिक है. उसने शिकायत में कहा था कि एनआईए के अधिकारी उसे और उसके परिवार को नक्सली सांठगांठ और अवैध हथियार रखने के मामले में धमकी दे रहे हैं और पैसे मांग रहे हैं.
रॉकी ने लगाया आरोप
रॉकी यादव की शिकायत के बाद सीबीआई ने जांच शुरू कर दी. उसकी शिकायत के अनुसार रिश्वत की रकम लेने के लिए अजय प्रताप के साले हिमांशु को गया बुलाया. जिसके बाद तीनों को रिश्वत कांड में गिरफ्तार कर लिया गया.
गया में हुई छापेमारी
जानकारी के अनुसार गया के एपी कॉलोनी स्थित जेडीयू पूर्व एमएलसी मनोरमा देवी के घर पर 19 सितंबर को एनआईए टीम ने छापेमारी की थी. इस रेड करीब 20 घंटे चली थी और 4.3 करोड़ रुपये कैश और कई हथियार बरामद हुए थे. इसके बाद रॉकी ने डीएसपी अजय प्रताप सिंह के खिलाफ रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा कि सिंह ने नक्सली मामले में फंसाने की धमकी देकर 2.5 करोड़ रुपये मांगे थे.
छापेमारी के पीछे आरजेडी
मनोरमा देवी के पीए रविंद्र यादव ने एनआईए छापेमारी के पीछे किसी आरजेडी नेता के होने का आरोप लगाया है. दो एजेंटों की गिरफ्तारी में सीबीआई की टीम में 6 एसपी और 4 डीएसपी रैंक के ऑफिसर शामिल थे. इस पूरे मामले की जानकारी एनआईए ने एक्स पोस्ट पर शुक्रवार 4 अक्टूबर को दी है.
क्या है मामला?
एनआईए रॉकी यादव पर नक्सलियों को मदद करने और अवैध हरिथारों की आपूर्ति करने के आरोप में जांच कर रही है. 19 सितंबर को हुई छापेमारी में उसके घर से कई सारे हथियार बरामद हुए थे. इसके बाद रॉकी ने कहा था कि मामले में राहत देने के लिए डीएसपी अजय प्रताप सिंह ने उनसे 2.5 करोड़ रुपये की मांग की है. सिंह दो एजेंटों के जरिए रिश्वत की ये रकम ले रहा था.