मोकामा फायरिंग मामले में पूर्व विधायक अनंत सिंह ने बाढ़ कोर्ट में किया सरेंडर, भेजे जाएंगे बेउर जेल
पूर्व विधायक अनंत सिंह ने बाढ़ कोर्ट में सरेंडर कर दिया. पुलिस ने इसकी जानकारी दी है. बताया जाता है कि फायरिंग के मामले में उनके खिलाफ केस दर्ज हुआ था. इससे पहले उनपर फायरिंग करने वाले सोनू ने भी सरेंडर कर दिया था.;
बाहुबली और पूर्व विधायक अनंत सिंह ने बाढ़ कोर्ट में सरेंडर कर दिया. पुलिस ने इसकी जानकारी दी है. बताया जाता है कि फायरिंग के मामले में उनके खिलाफ केस दर्ज हुआ था. इससे पहले उनपर फायरिंग करने वाले सोनू ने भी सरेंडर कर दिया था. बताया जाता है कि अब उन्हें बेउर जेल भेजा जाएगा.
इस मामले में पुलिस ने पहले ही सोनू सिंह समेत दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था. अनंत सिंह के खिलाफ पंचमहला थाना क्षेत्र के नौरंगा-जलालपुर गांव निवासी सोनू और मोनू की मां ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसमें उनके और उनके समर्थकों पर सोनू-मोनू के घर पर फायरिंग करने का आरोप है. इसके अलावा, पंचमहला थानेदार के बयान पर आधारित एक अन्य एफआईआर में अनंत सिंह पर पुलिसकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की करने का आरोप लगाया गया है.
बिहार में सरकार नाम की चीज नहीं
इस मामले पर पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने कहा कि बिहार में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है. एक तरफ बिहार की राजधानी के पास दानापुर में बालू माफिया 200 गोलियां चलाते हैं तो दूसरी तरफ मोकामा में 100 गोलियां चलाते हैं. दोनों शूटर खुशी-खुशी इंटरव्यू दे रहे हैं और कैमरे पर एक-दूसरे को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. हम सरकार से जानना चाहेंगे कि वे दोनों में से किस शूटर का समर्थन कर रहे हैं और इन शूटरों को इतनी आजादी कैसे है कि वे खुलेआम एक-दूसरे को मार रहे हैं?
डिप्टी सीएम का आया बयान
डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने कहा कि छोटी मोटी घटनाओं पर सरकार की नजर है. साथ ही डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा कि जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
अनंत सिंह पहले भी जा चुके हैं जेल
अनंत सिंह मोकामा से लगातार पांच बार विधायक रह चुके हैं. साल 2022 में एके-47 और अन्य अवैध हथियार रखने के मामले में उन्हें 10 साल की सजा हुई थी. इस सजा के कारण उन्हें जेल जाना पड़ा और उनकी विधायकी भी चली गई. इसके बाद हुए उपचुनाव में उनकी पत्नी नीलम देवी ने आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. हालांकि, पिछले साल बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद नीलम देवी ने आरजेडी छोड़कर जेडीयू का दामन थाम लिया.