बिहार के भागलपुर में बाढ़ का कहर, गंगा में समाए कई घर, वीडियो देख हैरान हुए यूजर्स
बिहार अब भी भारी बारिश और बाढ़ के संकट का सामना कर रहा है. हाल ही में एक वीडियो बिहार से सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि किसी का सपनों का आशियाना अचानक बाढ़ की भेंट चढ़ गया. जी हां, बाढ़ में बहते हुए एक घर का वीडियो देखकर आप भी हैरान रह जाएंगे.;
Bihar News: बिहार से आए दिन कोई न कोई हैरान अजीबो गरीब खबर सामने आती है जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होता रहता है. सोशल मीडिया में वायरल हो रहे वीडियो के मुताबिक बात करे तो इस साल बारिश के मौसम में बिहार से पुल के गिरने की खबरे सबसे ज्यादा आई है तो वहीं एक बार फिर बारिश के मौसम से मिलती जुलती एक खबर सामने आई है जिसमें गंगा नदी का जलस्तर में भारी वृध्दि और भीषण कटाव से कई लोगों का आशियाना पानी की आगोश में समा गया है. यह खबर बिहार के भागलपुर जिले की बताई जा रही है.
भागलपुर के सबौर प्रखंड में स्थित ममलखा पंचायत में गांव का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है. हालात इतने खराब हो गए हैं कि बाढ़ का पानी गंगा के किनारे बने घरों तक पहुंच गया है. अब तक 10 घर गंगा में समा चुके हैं, और इस स्थिति का एक हैरान करने वाला वीडियो भी सामने आया है.
गंगा के जलस्तर में भारी वृद्धि और कटाव के चलते कई लोगों का आशियाना पानी में विलीन हो गया है. ममलखा पंचायत में गांव का अस्तित्व अब समाप्त होता नजर आ रहा है. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कुछ ही मिनटों में एक पक्का घर कटाव के कारण गंगा में डूब गया.
स्थानीय निवासी आर्यन नाम का एक युवक ने बताया कि केवल 10 मिनट में तीन पक्के घर गंगा के आगोश में चले गए. वर्तमान में गंगा के मुहाने पर 10 से अधिक घर मौजूद हैं, जो किसी भी समय गंगा में विलीन हो सकते हैं. पिछले एक सप्ताह में 10 से अधिक घर गंगा में समा चुके हैं, और करीब 500 फीट जमीन का हिस्सा भी गंगा में डूब गया है. गांव का अस्तित्व गंभीर खतरे में है, और मसाडू गांव का 30% हिस्सा पहले ही खत्म हो चुका है. बचा हुआ 70% भी गंगा के किनारे स्थित है, जिसमें से 30% अगले 24 घंटे में गायब हो सकता है. आर्यन आगे बताते हैं कि जल संसाधन विभाग ने पिछले एक सप्ताह से यहां कोई काम नहीं किया है. अगर समय पर कटावरोधी कार्य शुरू किया गया होता, तो शायद पीड़ितों की आंखों में आंसू नहीं होते और उनके आशियाने गंगा में नहीं समाते.