अश्लील वीडियो विवाद के बावजूद सीतामढ़ी से जीत गए सुनील कुमार पिंटू, यूजर्स ने 'धाकड़ महराज' कहकर कर दी ये डिमांड
बिहार विधानसभा चुनाव में सीतामढ़ी सीट एक बार फिर सियासी रोमांच का केंद्र बनी रही. यहां भाजपा उम्मीदवार सुनील कुमार पिंटू ने कड़े मुकाबले में आरजेडी प्रत्याशी सुनील कुमार कुशवाहा को हराकर शानदार जीत दर्ज की. खास बात यह रही कि पिंटू की यह जीत उन विवादों के बीच आई, जिन्होंने मतदान से ठीक पहले राजनीतिक हलचल तेज कर दी थी.;
बिहार विधानसभा चुनाव में सीतामढ़ी सीट एक बार फिर सियासी रोमांच का केंद्र बनी रही. यहां भाजपा उम्मीदवार सुनील कुमार पिंटू ने कड़े मुकाबले में आरजेडी प्रत्याशी सुनील कुमार कुशवाहा को हराकर शानदार जीत दर्ज की. खास बात यह रही कि पिंटू की यह जीत उन विवादों के बीच आई, जिन्होंने मतदान से ठीक पहले राजनीतिक हलचल तेज कर दी थी.
मतदान से कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर पिंटू का कथित अश्लील वीडियो वायरल हुआ था, जिसने चुनावी माहौल को गरमा दिया. हालांकि, पिंटू ने तुरंत इसे फर्जी बताते हुए साइबर सेल में एफआईआर दर्ज कराई और इसे अपनी छवि खराब करने की राजनीतिक साजिश बताया. विवादों के बावजूद जनता ने उन पर भरोसा जताया और उन्हें जीत का ताज पहनाया.
अश्लील वीडियो विवाद के बाद भी जनता का भरोसा कायम
सोशल मीडिया पर फैले कथित अश्लील वीडियो ने चुनावी तापमान को बढ़ा दिया था. सुनील कुमार पिंटू ने पुलिस में दर्ज एफआईआर में कहा था कि उनके विरोधियों ने सुनियोजित तरीके से यह वीडियो चुनाव से ठीक पहले वायरल किया. उन्होंने दावा किया कि यह उनकी प्रतिष्ठा और राजनीतिक छवि का नुकसान पहुंचाने की कोशिश थी. उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है—“2023 में भी इसी तरह के फर्जी वीडियो वायरल किए गए थे.”
सीतामढ़ी सीट पर पिंटू की दमदार जीत
कड़ी टक्कर के बाद पिंटू ने सीतामढ़ी विधानसभा सीट पर 1,04,226 वोट हासिल किए, जबकि आरजेडी उम्मीदवार सुनील कुमार कुशवाहा को 98,243 वोट मिले. यह जीत न सिर्फ पिंटू की राजनीतिक वापसी का संकेत है बल्कि उनके जनाधार की मजबूती को भी साबित करती है.
सीतामढ़ी, जो भगवान राम की जन्मभूमि मिथिला से धार्मिक और ऐतिहासिक रूप से जुड़ी मानी जाती है, हमेशा से राजनीतिक रूप से संवेदनशील सीट रही है. 2010 में भी पिंटू ने यहीं से जीत दर्ज की थी, जबकि 2015 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. इस बार की जीत ने उनके समर्थकों में जबरदस्त उत्साह भर दिया और क्षेत्र में जश्न का माहौल बन गया.
पहले JDU, अब BJP में पिंटू की मजबूत पकड़
सुनील कुमार पिंटू पहले नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड के सांसद रह चुके हैं और 17वीं लोकसभा में उन्होंने सारण क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था. भाजपा में शामिल होने के बाद उनकी यह जीत पार्टी के लिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है.
क्या बोले यूजर्स?
Mohd Safur नाम के एक यूजर ने लिखा कि, 'जब पिन्टू जैसे महान जीत गये तो फिर अन्य की जीत पर हैरान होने की कोई जरूरत नही रहती, लगभग 6000 मतों से जीत कर सीतामढ़ी विधानसभा से भाजपा के सुनील कुमार पिंटू भारत के लोकतंत्र को मुंह से चिढ़ा रहा है! पिंटू जी , और अनंत जी जैसे छवि के लोग NDA गठबंधन से जीत सकते है ! तो कुछ भी हो सकता है ! ज्ञानेश जी की जय हो ! Molitics नाम के एक यूजर ने लिखा कि, MMS वायरल, फिर भी जीते सुनील कुमार पिंटू! सीतामढ़ी से BJP नेता सुनील कुमार पिंटू ने जीती विधायक की कुर्सी, जिन्हें गृह मंत्री अमित शाह ने सपोर्ट किया था! चौंकाने वाली बात ये है कि दो-दो निजी वीडियो वायरल होने के बाद भी, इन्हें उपमुख्यमंत्री बनाने की मांग उठी है.क्या जनता ने अपनी उम्मीदों के मुताबिक नेता चुना है? क्या अब ये बिहार के लिए अच्छा काम करेंगे?