'अररिया में रहना है तो हिंदू बनना पड़ेगा', BJP सांसद के इस बयान से मचा बवाल
प्रदीप कुमार सिंह तीन बार सांसद रह चुके हैं . सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने मंगलवार को एक बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया है. सांसद के इस बयान पर जेडी(यू) ने कड़ा विरोध जताया. आरजेडी ने इस बयान को संविधान विरोधी करार दिया और इसे समाज में विभाजन की कोशिश बताया.;
अररिया से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने मंगलवार को एक बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया है. उन्होंने कहा, "अगर अररिया में रहना है, तो हिंदू बनना पड़ेगा." इस बयान के बाद राज्य की राजनीति गरमा गई है. बिहार की सत्ताधारी सहयोगी जनता दल (यूनाइटेड) [जेडी(यू)] ने इस बयान की तीखी आलोचना की और बिहार के विपक्षी गठबंधन में शामिल होकर इसका विरोध किया. अररिया, बिहार के सीमावर्ती जिलों में से एक है, जहां मुस्लिम आबादी काफी बड़ी है.
प्रदीप सिंह का बयान और जाति पर जोर
प्रदीप कुमार सिंह तीन बार सांसद रह चुके हैं और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की अगुआई में चल रही हिंदू स्वाभिमान यात्रा के दौरान एक सभा को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने लोगों से कहा कि वे अपने बच्चों की शादी के समय जाति का विचार करें, लेकिन जब एकता की बात आती है, तो अपनी हिंदू पहचान को प्राथमिकता दें. उन्होंने भीड़ से सवाल किया, 'खुद को हिंदू कहने में क्या शर्म है?' उन्होंने सुझाव दिया कि विवाह के लिए जाति के हिसाब से वर का चयन करें, परंतु सामाजिक एकता के समय हिंदू पहचान को पहले रखें.
सांसद विधायक के इस बयान पर जेडी(यू) ने कड़ा विरोध जताया. जेडी(यू) के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा, "यह कैसे कहा जा सकता है कि अररिया में केवल एक धर्म के लोग रह सकते हैं?" उन्होंने यह भी साफ कह दिया कि उनकी पार्टी इस विचारधारा को नहीं मानती.
इसी बीच, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह किया कि वे अपने सिद्धांतों से समझौता न करें. आरजेडी ने इस बयान को संविधान विरोधी करार दिया और इसे समाज में विभाजन की कोशिश बताया.
भाजपा का बयान का बचाव कहा- सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा का मुद्दा
भाजपा के राज्य प्रवक्ता कुंतल कृष्ण ने प्रदीप सिंह के बयान का बचाव किया और कहा कि यह टिप्पणी उन लोगों के खिलाफ है जो सीमावर्ती क्षेत्रों में आतंक फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा, 'यह बयान बांग्लादेशी नागरिकों और रोहिंग्याओं के खिलाफ है, जो इस क्षेत्र में सुरक्षा के लिए खतरा बने हुए हैं.'