खत्म हुई पूर्णिया के डाकू 'बाबर' की दहशत, बिहार पुलिस ने एनकाउंटर में किया ढेर

बिहार में दहशत फैलाने वाले बदमाश 'बाबर' की रविवार को पुलिस एनकाउंटर के दौरान मौत हो गई. बाबर कोई मामूली बदमाश नहीं था. इस पर लूटपाट से लेकर कई जुर्म में उसके खिलाफ मामले दर्ज थे. वहीं एनकाउंटर के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर मामले में आगे की कार्रवाई करना शुरू कर दिया है.;

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Edited By :  सार्थक अरोड़ा
Updated On : 7 Oct 2024 1:28 PM IST

बिहार के पूर्णिया में रविवार को पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है. मिली जानकारी अनुसार पुलिस मुठभेड़ के दौरान बदमाश को मार गिराया है.

आपको बता दें कि इस मुठभेड़ के दौरान STF और पूर्णिया की पुलिस टीम के साथ मुठभेड़ हुई थी. इस मुठभेड़ में बिहार के अपराधी बाबर की मौत हुई. वहीं पुलिस ने घटना के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है.

आर्म्स एक्ट और डकैती के कई मामले हैं दर्ज

आपको बता दें कि आरोपी मृतक बाबर के ऊपर आर्म्स एक्ट समेत डकैती के कई मामले कई जगहों पर दर्ज थे. इन्हीं पर एक्शन लेते हुए पुलिस गिरफ्तारी के लिए पहुंची थी. लेकिन इस दौरान पुलिस और डकैत के बीच मुठभेड़ हुई, और इस मुठभेड़ के दौरान आरोपी मृतक की मौत हो गई. वहीं बाबर को पकड़ने के लिए पुलिस ने 3 लाख रुपये तक का इनाम जारी किया था. हालांकि इस इनाम की घोषणा के बाद भी वह काफी समय से फरार चल रहा था.  वहीं रविवार को पुलिस इसी डकैत की गिरफ्तारी के लिए पहुंची थी. इस दौरान आरोपी और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ में उसकी मौत हो गई.

एनकाउंटर वाले स्थान को किया गया सील

मिली जानकारी के अनुसार पुलिस एनकाउंटर में मारे गए अपराधी बाबर के शव के एनकाउंटर के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया था. वहीं पुलिस ने उस जगह को सील कर दिया जहां अपराधी का एनकाउंटर हुआ था. फिलहाल इस मामले पर आगे की कार्रवाई जारी है. बिहार का यह खूंकार अपराधी 7 कांड करके काफी समय से फरार था.

कई जगहों पर फैली दहशत

बिहार का यह खूंकार अपराधी का हाथ कई मामलों में शामिल था. बता दें कि बाबर के खिलाफ 7 मामले दर्ज थे. कुछेक की अगर बात की जाए तो लूट, विस्फोटक, आर्म्स एक्ट समेत कई मामलों में इस खूंकार बदमाश का नाम शामिल था. किशनगंज में ही तीन थानों में उसके खिलाफ मामले दर्ज थे. इसी के साथ बहादुरगंज, कटिहार, बलरामपुर, बारसोई, पूर्णिया, बायसी, रौटा, अररिया और किशन गंज में मामले दर्ज थे. किशनगंज में 50-50 हजार का इनाम घोषित किया गया था. लेकिन STF के मुताबिक तीन लाख का इनामी था.

पुलिस को मिली सूचना और ऐसे हुआ ढेर

पुलिस ने इस कुख्यात आरोपी को पकड़ने के लिए 50 हजार रुपये के इनाम की घोषणा की थी. पुलिस को सूचना देने वालों के लिए एक नंबर भी जारी किया गया था. इसी नंबर के आधार पर पुलिस को आरोपी के स्थान का पता चला था. हालांकि आरोपी और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई थी. जिसमें इस बदमाश की मौत हुई.

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