भागलपुर-नालंदा से अब उड़ेंगी फ्लाइट्स, एयरपोर्ट अथॉरिटी की है ये प्लानिंग
नालंदा और भागलपुर में कई सालों से उड़ान सेवा को लेकर बातें तो चल रही हैं, लेकिन इस बार अधिकारियों की हलचल से लग रहा है कि उन दोनों शहरों में जल्द ही सेवा की शुरूआत हो जाएगी. भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) की टीम इन दोनों जगहों पर लगातार विजिट कर रही है.;
बिहार के नालंदा और भागलपुर रहने वाले लोगों के लिए एक खुशखबरी सामने आ रही है. जल्द ही यहां एयरपोर्ट के शुरू होने से फ्लाइट्स की सेवा शुरू हो जाएगी. भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) की टीम जल्द ही इन दोनों शहरों में विजिट करेगी.
एयरक्राफ्ट ऑर्गेनाइजेशन डायरेक्टोरेट के डायरेक्टर डॉ. निलेश रामचंद्र देवरे ने दोनों जिलों को लेकर 7 प्लवाइंट पर रिपोर्ट मांगी है. डायरेक्टोरेट ने दोनों जिलों से प्रस्तावित साइट को लेकर पूरी जानकारी उपलब्ध कराने को कहा है. डब्ल्यूजीएस-84 प्रणाली, खेसरा संख्या के साथ साइट का राजस्व मानचित्र का ब्योरा भी मांगा है.
साइट की मांगी गई डिटेल्स
डायरेक्टोरेट ने दोनों जिला से तय किए गए साइट के 150000 के पैमाने पर भारतीय सर्वेक्षण विभाग का मानचित्र, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग से पिछले दस सालों का मौसम संबंधी डेटा और भूमि की सीमा दर्शाने वाले जगह का मानचित्र के अलावा हवाई सेवा के लिए आवश्यक पूरी डिटेल्स मांगी है.
भागलपुर में दो जगहों पर एयरपोर्ट हो सकता है चालू
सुल्तानगंज में 855 एकड़ जमीन का प्रस्ताव है. यह जमीन सुल्तानगंज-देवघर रोड से पश्चिम की दिशा में है. इसमें मसदी (71) में 300 एकड़, नोनसर (83) में 225 एकड़, राजगंज (84)में 50 एकड़, कसवा (79) में 79 एकड़, सुजापुर (78) में 40 एकड़ और मंझली (80) में 35 एकड़ के साथ कुल 855 एकड़ जमीन बताई गई है.
वहीं दूसरे प्रस्ताव में गोराडीह में 878.43 एकड़ जमीन का प्रस्ताव की गई है. इसमें 44.35 एकड़ सरकारी भूमि, गोशाला की 240.08 एकड़ और 594 एकड़ रैयती भूमि ली जाएगी. इसकी दूरी भागलपुर स्टेशन से 20 किमी की है. इसमें 1026 मीटर लंबा और 744 मीटर चौड़ा टर्मिनल तैयार हो सकता है.