जुबिन गर्ग की मौत का सच जल्द आएगा सामने! असम SIT ने दाखिल की 3500 पन्नों की चार्जशीट; CM बोले- न्याय मिलेगा..
मशहूर गायक जुबिन गर्ग की रहस्यमय मौत के मामले में जल्द ही खुलासे होने की उम्मीद है. असम पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने इसको लेकर गुवाहटी की अदालत में 3,500 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है. 19 सितंबर को सिंगापुर में जुबिन की मौत हो गई थी.;
असम पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने मशहूर गायक जुबिन गर्ग की रहस्यमय मौत के मामले में एक बड़ा कदम उठाते हुए शुक्रवार को गुवाहटी की अदालत में 3,500 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है. 19 सितंबर को सिंगापुर में समुद्र में तैरते समय जुबिन गर्ग की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत ने पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र में शोक और आक्रोश की लहर पैदा कर दी थी. वे चौथे नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल (NEIF) में हिस्सा लेने सिंगापुर गए थे.
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इस मामले को लेकर राज्यभर में 60 से अधिक एफआईआर दर्ज की गईं, जिसके बाद सीआईडी के अधीन एसआईटी का गठन किया गया. जांच के दौरान एसआईटी ने लगभग 300 गवाहों से पूछताछ की और कई महत्वपूर्ण बयानों को दर्ज किया. चार्जशीट दाखिल होते ही इस हाई-प्रोफाइल केस में नए आयाम खुलने की संभावना बढ़ गई है.
मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा का बयान
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने मामले में न्यायिक प्रक्रिया पर विश्वास जताते हुए कहा कि सरकार को पूरा भरोसा है कि न्याय अवश्य मिलेगा. राज्य में गहन और निष्पक्ष जांच की सार्वजनिक मांग के बाद यह मामले तेजी से आगे बढ़ा.
असम की धड़कन और सांस्कृतिक पहचान थे जुबीन
18 नवंबर 1972 को मेघालय के तुरा में जन्मे जुबिन गर्ग असम और पूरे पूर्वोत्तर भारत की सांस्कृतिक आत्मा माने जाते थे. उनका पैतृक गांव तमुलिचिगा, झांजी (जोरहाट) से जुड़ाव बेहद गहरा था. भारत और विदेशों में अपने शानदार संगीत करियर के बावजूद वे हमेशा असम और पूर्वोत्तर के लोगों, उनकी संस्कृति और जीवनशैली से भावनात्मक रूप से जुड़े रहे.
एसआईटी की विदेश यात्रा
जांच के दौरान विशेष डीजीपी (सीआईडी) मुन्ना प्रसाद गुप्ता के नेतृत्व में एसआईटी का प्रतिनिधिमंडल 21 अक्टूबर को सिंगापुर गया और वहां अधिकारियों से विस्तृत चर्चा की. जांच को आगे बढ़ाते हुए टीम ने अब तक 300 से अधिक व्यक्तियों के बयान दर्ज किए हैं. एसआईटी ने इस मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. जिसमें मुख्य कार्यक्रम आयोजक श्यामकानु महंत, जुबीन के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा, उनके चचेरे भाई संदीपान गर्ग, बैंडमेट शेखर ज्योति गोस्वामी, सह-गायिका अमृतप्रवा महंत, पीएसओ नंदेश्वर बोरा और पीएसओ परेश बैश्य शामिल हैं.