'मेरी जांघों को पकड़ा, पेट पर हाथ रखा और फिर रगड़ने...', एनआईटी प्रोफेसर पर लगा छेड़छाड़ का आरोप, इंस्टीट्यूट ने लिया ये एक्शन
भले ही आरोपी प्रोफेसर को सस्पेंड कर दिया हो, लेकिन इंस्टीट्यूट ने आरोपों पर अभी तक कोई भी ऑफिशियल स्टेटमेंट नहीं दी है. इस घटना ने छात्रों में अशांति की लहर पैदा कर दी है, जिनमें से कई ने पीड़िता के लिए न्याय की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. आंदोलन के बावजूद इंस्टीट्यूट एडमिनिस्ट्रेशन ने दावा किया है कि क्लास फिर से शुरू हो गई हैं.;
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी सिलचलर में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के एक असिस्टेंट प्रोफेसर पर एक स्टूडेंट ने छेड़छाड़ का आरोप लगाया था. जहां इस मामले में शिकायत के बाद प्रोफेसर को सस्पेंड कर दिया गया है.
इस घटना के बाद छात्रों में बेहद गुस्सा है, जिसके चलते कॉम्प्लेक्स में विरोध प्रदर्शन हुए और फैक्टली मेंबर के खिलाफ सख्त एक्शन की मांग की जा रही है. इस मामले पर कछार के पुलिस अधीक्षक (एसपी) नुमल महत्ता ने कहा कि पुलिस ने मामले का संज्ञान लिया है और जांच शुरू कर दी है. मामले की आगे की जांच के लिए एक टीम को इंस्टीट्यूट भेजा गया है, ताकि इस मामले में जानकारी मिल सके.
कमेटी कर रही शिकायत पर जांच
इस शिकायत के जवाब में इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर प्रो. दिलीप कुमार बैद्य और रजिस्ट्रार डॉ. आशिम कुमार रॉय ने मीडिया को बताया कि आरोपी प्रोफेसर को तुरंत सस्पेंड कर दिया गया है. इसके आगे उन्होंने कहा कि मामले की जांच के लिए इंटरनल कंप्लेंट कमेटी (आईसीसी) को भेज दिया गया है. एनआईटी सिलचर के अधिकारियों ने सहयोग का रुख बनाए रखा है, लेकिन उन्होंने अभी तक इस घटना के बारे में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है.
इंस्टीट्यूट ने नहीं दी ऑफिशियल स्टेटमेंट
भले ही आरोपी प्रोफेसर को सस्पेंड कर दिया हो, लेकिन इंस्टीट्यूट ने आरोपों पर अभी तक कोई भी ऑफिशियल स्टेटमेंट नहीं दी है. इस घटना ने छात्रों में अशांति की लहर पैदा कर दी है, जिनमें से कई ने पीड़िता के लिए न्याय की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. आंदोलन के बावजूद इंस्टीट्यूट एडमिनिस्ट्रेशन ने दावा किया है कि क्लास फिर से शुरू हो गई हैं. जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, छात्र समुदाय और जनता मामले की निष्पक्ष और गहन जांच की उम्मीद कर रही है.
यौन उत्पीड़न का सनसनीखेज आरोप, पीड़िता का बयान वायरल
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पत्र में एक महिला ने चौंकाने वाले आरोप लगाए हैं. उसने लिखा, "उसने मुझे अपने पास बैठने को कहा और मेरे कम अंक का कारण पूछा. फिर उसने मेरे हाथ पकड़कर मेरी उंगलियां सहलाने लगा. धीरे-धीरे, उसने मेरी जांघों को छूना शुरू कर दिया. इसके बाद, उसने अपने कंप्यूटर पर अश्लील गाने बजाने शुरू कर दिए। उसने मेरे पेट पर हाथ रखा और उसे रगड़ने लगा. मैं डर से कांप रही थी और रोने लगी, लेकिन वह नहीं रुका. उसने मुझसे सहज महसूस करने और अपने पैर फैलाने को कहा. फिर उसने पीछे से मेरी गर्दन पकड़ ली और उसे कसकर थामे रखा.'
महिला ने बताया कि उसकी सहेली के फोन करने पर वह किसी तरह वहां से भाग निकली. उसने इस घटना को 'छेड़छाड़ और मानसिक तथा यौन उत्पीड़न' करार दिया. रजिस्ट्रार के अनुसार, जिस चैंबर में यह कथित घटना हुई, उसे 'सील' कर दिया गया है. प्रशासन ने नोटिस जारी कर कहा कि पीड़िता को सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जा रही है, जिससे वह "सुरक्षित और सहज महसूस कर सके.'