बजरंग दल ने क्रिसमस से पहले स्कूल में की तोड़फोड़, अब हुए गिरफ्तार, कांग्रेस ने सरकार पर नफरत की राजनीति फैलाने का लगाया आरोप
असम के नलबारी जिले में बुधवार को एक हैरान करने वाला मामला सामने आया. स्ट्रीट लाइट, पौधों और क्रिसमस सजावट से सजी सेंट मैरीज़ इंग्लिश स्कूल की प्रॉपर्टी पर कुछ लोगों ने तोड़फोड़ की. पुलिस ने बताया कि इस घटना में शामिल लोग बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद (VHP) के सदस्य थे.;
असम के नलबारी जिले में क्रिसमस से ठीक पहले एक चिंताजनक घटना सामने आई. बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद (VHP) के कुछ लोगों ने सेंट मैरीज़ इंग्लिश स्कूल में घुसकर तोड़फोड़ की. स्कूल की सजावट, पौधों और स्ट्रीट लाइट को नुकसान पहुंचाया गया, वहीं कुछ चीजों को आग लगाने की कोशिश भी की गई. इस घटना से स्कूल प्रशासन और स्थानीय लोगों में भय और आक्रोश फैल गया.
स्टेट मिरर अब WhatsApp पर भी, सब्सक्राइब करने के लिए क्लिक करें
पुलिस ने मामले की तुरंत जांच करते हुए चार मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया. वहीं, राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मची हुई है. कांग्रेस ने इस घटना को राज्य में नफरत की राजनीति फैलाने का परिणाम बताया.
स्कूल में घुसकर की तोड़फोड़
बजरंग दल और वीएचपी के सदस्यों ने क्रिसमस से पहले स्कूल में जमकर तोड़फोड़ की, जिसके बाद असम पुलिस ने मामले में तुरंत एक्शन लेते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया.
आरोपी हुए गिरफ्तार
इन आरोपियों में भास्कर देय, ज्योति पादगिरी, बिजू दत्ता और नयन तिलकदार शामिल है. पुलिस के अनुसार, ये लोग स्कूल के परिसर में घुसकर क्रिसमस की सजावट को खराब करने के साथ-साथ आग लगाने की कोशिश कर रहे थे.
सीएम हिमंता ने कही ये बात
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने इस घटना की कड़ी निंदा की है. उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर कहा कि 'राज्य सरकार सभी नागरिकों की सुरक्षा और सामुदायिक शांति बनाए रखने के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है' उन्होंने यह भी साफ किया कि इस मामले में कानून के अनुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
कांग्रेस का पलटवार
इस घटना ने राज्य में राजनीतिक चर्चा को भी गरमा दिया. असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गौरव गोगोई ने इस हमले की तीव्र निंदा की और इसे राज्य में फैली “नफरत की राजनीति” का नतीजा बताया. उन्होंने जनता से आग्रह किया कि ऐसी भड़काऊ घटनाओं में फंसकर विभाजित न हों और एकजुटता बनाए रखें.