असम में हाथियों का आंतक! झुंड के हमले में युवक की मौत से हंगामा, सरकार के खिलाफ जनता का भारी विरोध
असम के नलबाड़ी जिले इस जिले में बीते दो सालों से लोग इस समस्या का सामना कर रहे हैं. इस मामले में को कार्रवाई न होने पर गुरुवार को स्थानीय लोगों ने बड़ा विरोध किया. इस दौरान एनएच-27 को पूरे 6 घंटे के लिए ब्लॉक रखा. बता दें कि तीन दिन पहले भद्रबंगाल गांव में दो महिलाओं पर हाथियो ने हमला किया था, उसके बाद बरघोपा में दो परिवारों पर हमला किया. फिर दोनों परिवारों के सदस्य भाग निकले.;
Assam News: असम में पिछले कुछ दिनों से किसी न किसी मुद्दों पर लेकर विरोध कर रहे हैं. अब प्रदेश के नलबाड़ी जिले के उत्तरी हिस्सों में पिछले दो सालों से हाथियों का आतंक देखने को मिल रहा है. हाथियों के झुंड ने बहुत से किसानों की फसलों को बर्बाद कर दिया है. बहुत से लोगों के घर तक को नुकसान पहुंचाया गया है, लेकिन असम सरकारी ने अब तक कोई कदम नहीं उठाया.
असम ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, इस जिले में बीते दो सालों से लोग इस समस्या का सामना कर रहे हैं. इस मामले में को कार्रवाई न होने पर गुरुवार को स्थानीय लोगों ने बड़ा विरोध किया. इस दौरान एनएच-27 को पूरे 6 घंटे के लिए ब्लॉक रखा.
भूटान ये आया हाथियों को झुंड
रिपोर्ट में दावा किया कि हाथियों का बड़ा समूह भूटान से आया था. यह झुंड नलबाड़ी के उत्तरी हिस्से में आतंक मचा रहा है और नागरिकों की जान खतरे में है. किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं साथ ही लोगों के घरों को भी काफी नुकसान पहुंचाया गया है. असम के केंदुकुची, बरखानजन,पैकाकुचीस कटरा,खटकतरा, भद्रबंगाल, सहन, केहरुआ और वेरवेरी जैसी जगहों पर ग्रामीणों पर हमला किया है. बता दें कि तीन दिन पहले भद्रबंगाल गांव में दो महिलाओं पर हाथियो ने हमला किया था, उसके बाद बरघोपा में दो परिवारों पर हमला किया. फिर दोनों परिवारों के सदस्य भाग निकले.
आधी रात में झुंड ने किया हमला
हाथियों के आधी रात को गोविंदपुर में गौतम बर्मन के घर पर हमला किया. हाथियों ने बर्मन के बड़े बेटे पर हमला किया और उसे घायल कर दिया. बाद में कल रात इलाज के दौरान पीड़ित की मौत हो गई. इसके बाद इलाके में तनाव देखने को मिल रहा है और गुस्से में लोगों ने विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया. प्रदर्शनकारी मंत्री बिमल बोरा से नाराज नजर आ रहे हैं,जो विरोध के दौरान सड़क से गुजर रहे थे. लोगों ने उनके काफिले को काफी देर रोक के रखा.
चौक पर रखा मृतक का शव
रिपोर्ट के मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने विरोध जताने के लिए मृतक के शव को सोनमाटी चौक पर काफी देर तक रखा. फिर शाम 5 बजे वन मंत्री चंद्रमान पटवारी के पहुंचने तक प्रदर्शनकारियों ने अपना धरना जारी रखा. मृतक के परिवार के लिए 50 लाख रुपये का मुआवजा देने का एलान किया गया है. वहीं परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और फसल के नुकसान झेलने वाले किसानों को 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे. इसके अलावा मकाम क्षतिग्रस्त होने वालों को एक लाख रुपये दिए जाएंगे.