Zubeen Garg के दाह संस्कार स्थल पर सख्ती, इन चीजों पर लगाया बैन; सरकार ने तय किया श्रद्धांजलि का समय
असम के दिवंगत गायक और अभिनेता जुबिन गर्ग के दाह संस्कार स्थल पर अब जिला प्रशासन ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है. सोनपुर के हातिमुरा स्थित इस स्थल पर आने वालों के लिए कई नए नियम लागू किए गए हैं. श्रद्धांजलि देने आने वाले लोग अब तय समय पर ही वहां पहुंच सकेंगे.;
फेमस सिंगर जुबिन गर्ग का दुनिया से अलविदा कहना पूरे असम को रूला गया. सोनपुर के हातिमुरा में उनका दाह संस्कार स्थल बनाया गया, जहां हजारों फैंस श्रद्धांजलि देने पहुंचते हैं. लेकिन हाल के दिनों में इस पवित्र जगह पर कुछ लोगों द्वारा शराब पीने, नशा करने और गड़बड़ी फैलाने जैसी घटनाएं सामने आई हैं.
इन गतिविधियों से माहौल बिगड़ने लगा, जिसके बाद कामरूप (महानगर) जिला प्रशासन ने अब इस स्थल पर कड़े नियम लागू कर दिए हैं ताकि वहां का श्रद्धा और शांति का माहौल बना रहे. अब प्रशासन ने कुछ चीजों पर बैन लगाया है. साथ ही, समय सीमा भी तय कर दी है.
अब तय समय में देनी होगी श्रद्धांजलि
जिला मजिस्ट्रेट सुमित सत्तावन के आदेश के मुताबिक, अब यह जगह सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक ही आम लोगों के लिए खुला रहेगी. पहले यह जगह 24 घंटे खुली रहती थी, जिसके कारण किसी भी समय लोगों की भीड़ इकट्ठा हो जाती थी. प्रशासन का कहना है कि इस नए नियम से न केवल भीड़ पर कंट्रोल रहेगा, बल्कि जगह की पवित्रता और शांति भी बनी रहेगी. रात के समय किसी को भी यहां आने-जाने की मंजूरी नहीं है. अगर कोई व्यक्ति नियम तोड़ता पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
इन चीजों पर लगाया बैन
नए नियमों के तहत अब इस जगह और उसके आसपास शराब पीना, पिलाना या बांटना पूरी तरह से मना कर दिया गया है. प्रशासन ने साफ कहा है कि जो भी व्यक्ति शराब या किसी नशे की हालत में होगा, उसे इस जगह पर एंट्री नहीं मिलेगी. यह फैसला उस घटना के बाद लिया गया, जिसमें कुछ लोगों ने जुबिन गर्ग को श्रद्धांजलि देने के नाम पर शराब चढ़ाई थी. इस हरकत की खबर जब सोशल मीडिया पर फैली, तो लोगों ने इसे लेकर जबरदस्त नाराज़गी और विरोध जताया.
सरमा ने जताई नाराजगी
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इन घटनाओं को बहुत ही शर्मनाक बताते हुए उनकी कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा कि जुबिन गर्ग जैसे महान कलाकार को उनके कला और योगदान के जरिए याद किया जाना चाहिए, न कि ऐसे गलत तरीके से. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार इस स्थल की गरिमा और पवित्रता बनाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगी, ताकि सिंगर की याद को सही मायनों में सम्मान मिल सके.
श्रद्धा के स्थान की पवित्रता बचाने की कोशिश
स्थानीय लोगों ने प्रशासन के इस फैसले का स्वागत किया है. उनका कहना है कि जुबीन गर्ग का अंतिम संस्कार स्थल श्रद्धा और स्मरण का स्थान है, न कि मनोरंजन का. नए नियमों से उम्मीद की जा रही है कि अब यह जगह शांत और सम्मानजनक माहौल में, लोगों के लिए जुबीन की यादों से जुड़ने का एक सच्चा प्रतीक बन सकेगी.