आतंकी संगठन ABT का प्रमुख सदस्य गाजी रहमान गिरफ्तार, सफल हुआ STF का 'ऑपरेशन प्रघात'

असम पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है. दरअसल बांग्लादेशी आतंकवादी संगठन ABT के 35 वर्षीय गाजी रहमान को असम पुलिस ने कोकराझार जिले से गिरफ्तार किया है. कफी समय से फरार चल रहा था. लेकिन ऑपरेशन प्रघात के तहत रहमान की गिरफ्तारी सफलता मिली.;

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Edited By :  सार्थक अरोड़ा
Updated On : 31 Dec 2024 1:30 PM IST

बांग्लादेशी आतंकवादी संगठन ABT के 35 वर्षीय गाजी रहमान को असम पुलिस ने कोकराझार जिले से गिरफ्तार किया है. जानकारी के अनुसार काफी समय से फरार चल रहा था. वहीं इससे पहले भी असम पुलिस ने एक ऑपरेशन के दौरान इसी संगठन के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया था. जिनके पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए थे.

गाजी रहमान की गिरफ्तारी असम की स्पेशल टास्क फोर्स ( STF) ने अपने ऑपरेशन प्रघाट के दौरान किया था. इस संबंध में एक अधिकारी ने जानकारी दी और कहा कि जरूरी कानूनी कार्रवाई शुरू की जा रही है. एसटीएफ ने इस मामले से जुड़े सभी लोगों को पकड़ने के लिए अपने प्रयास जारी रखे हैं." अब तक इस संगठन के 12 सदस्यों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

असम पुलिस की बड़ी सफलता

आपको बता दें कि इस महीने की शुरुआत में असम पुलिस ने स्लीपर सेल नेटवर्क पर छापा मारा था. जानकारी के अनुसार आंतकी संगठन ने भारत के कई हिस्सों में स्लीपर सेल बनाए थे, इनकी मदद से हिंदू समुदाय के नेताओं की हत्या करने की योजना थी. वहीं 17 और 18 दिसंबर की रात को असम, पश्चिम बंगाल और केरल में आतंकी मॉड्यूल के आठ गुर्गों को गिरफ्तार किया. कथित तौर पर वे पाकिस्तान और बांग्लादेश में हैंडलर थे. इसके बाद 24 दिसंबर को दो अन्य को गिरफ्तार किया गया और उनके पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए थे. सके बाद एक अन्य सदस्य को सोमवार को गिरफ्तार किया गया है. इन गिरफ्तारियों पर एक STF अधिकारी ने कहा कि 12 गिरफ्तारी ने आतंकवादी संगठन (जीटीओ) के जिहादी तत्वों द्वारा संभावित बड़े आतंकवादी कृत्य को रोकने में बड़ी सफलता हासिल की है.

देसी AK-47 बरामद

पिछली बार हुई कार्रवाई में दो आतंकियों की गिरफ्तारी की गई थी. उस दौरान उनके पास से कई सामान जैसे गोला बारुद और देसी एके-47 बरामद हुई थी. उस समय अधिकारियों ने बताया कि इससे पहले भी कोकराझार में उन्होंने ऐसे कई हथियार जब्त किए थे. लेकिन अब तक इनका सोर्स नहीं पता लगा. इनके सोर्स का पता लगाने की कोशिश में अधिकारी जुटे हुए हैं.

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