Zubeen Garg की मौत की जांच के लिए असम सरकार ने बनाया न्यायिक आयोग, कई करीबियों से पूछताछ जारी

सीआईडी ने जुबिन गर्ग के चचेरे भाई संदीपन गर्ग से भी पूछताछ की है, यही नहीं, सिंगापुर में अधिकारियों ने जुबिन की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भारत के उच्चायोग को सौंप दी है. अब यह जांच की जा रही है कि जुबिन की मौत से पहले के 48 घंटों में उनके साथ क्या-क्या हुआ था?.;

( Image Source:  Instagram : zubeen.garg )
Edited By :  रूपाली राय
Updated On : 4 Oct 2025 7:50 AM IST

असम के मशहूर सिंगर जुबिन गर्ग की मौत ने पूरे राज्य ही नहीं, बल्कि पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. उनकी अचानक हुई मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं, अब इस मामले में असम सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए एक न्यायिक आयोग (Judicial Commission) का गठन किया है, यह आयोग इस बात की गहराई से जांच करेगा कि आखिर जुबीन गर्ग की मौत कैसे हुई और उनकी मौत के पीछे असली वजह क्या थी, गौर करने वाली बात यह है कि इस मामले की जांच पहले से ही सीआईडी (CID) कर रही है.

असम सीआईडी ने इस मामले में एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) भी बनाई है, जो लगातार जांच कर रही है. सीआईडी ने अब तक इस मामले में कई लोगों से पूछताछ की है. सबसे पहले जांच एजेंसी ने उस फेस्टिवल के आयोजक श्यामकानु महंत को तलब किया, जिसमें जुबीन गर्ग ने हिस्सा लिया था. इसके अलावा जुबीन के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा से भी घंटों पूछताछ की गई. सूत्रों का कहना है कि मैनेजर के पास से जुबीन का हैंडबैग भी बरामद किया गया, जिसमें उनके कुछ दस्तावेज़ और दवाइयां मिली हैं. 

अब तक मामले में चार गिरफ्तारियां

सीआईडी ने जुबिन गर्ग के चचेरे भाई संदीपन गर्ग से भी पूछताछ की है, यही नहीं, सिंगापुर में अधिकारियों ने जुबिन की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भारत के उच्चायोग को सौंप दी है. अब यह जांच की जा रही है कि जुबिन की मौत से पहले के 48 घंटों में उनके साथ क्या-क्या हुआ था?. सूत्रों के मुताबिक, असम पुलिस की एसआईटी ने जुबिन के बैंडमेट शेखर ज्योति गोस्वामी और उनकी को-सिंगर अमृतप्रभा महंत को भी गिरफ्तार कर लिया है. अब तक इस मामले में कुल चार गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. इन सभी आरोपियों से लगातार पूछताछ की जा रही है. पुलिस उन्हें अलग-अलग बैठाकर पूछताछ कर रही है, ताकि हर शख्स का बयान अलग-अलग दर्ज किया जा सके और किसी तरह का विरोधाभास पकड़ में आ सके. 

को-सिंगर और गोस्वामी से पूछताछ 

जांच में सामने आया है कि गोस्वामी और अमृतप्रभा महंत दोनों ही 19 सितंबर को नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के दौरान उस क्रूज पार्टी में मौजूद थे, जहां यह हादसा हुआ. सूत्रों का कहना है कि वीडियो फुटेज में गोस्वामी को जुबिन गर्ग के बेहद करीब तैरते हुए देखा गया. वहीं अमृतप्रभा महंत ने पूरी घटना को अपने मोबाइल पर रिकॉर्ड भी किया. इसी वजह से पिछले छह दिनों से पुलिस इन दोनों से लगातार पूछताछ कर रही है. 

गंभीर धाराओं में केस दर्ज

बीते गुरुवार को जुबीन गर्ग की मौत से जुड़े मामले में बड़ा अपडेट आया। पुलिस ने आयोजक श्यामकानु महंत और मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा पर गंभीर आरोप लगाए हैं. इन पर हत्या (IPC 103), गैर इरादतन हत्या, आपराधिक षड्यंत्र और लापरवाही से मौत का कारण बनने जैसे आरोप जोड़े गए हैं. सीआईडी के विशेष पुलिस महानिदेशक मुन्ना गुप्ता ने बताया कि फिलहाल जांच जारी है और अभी ज्यादा जानकारी शेयर नहीं की जा सकती. लेकिन उन्होंने पुष्टि की कि इस मामले में हत्या की धारा भी जोड़ी गई है.

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