पाकिस्तान का कैप्टन बैठा है, आप बिल्कुल सवाल करें, प्रेस कॉन्फ्रेंस में हो गया ड्रामा

Shan Masood: यह मसूद की पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस थी, जब उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज के पहले टेस्ट के लिए कप्तान के रूप में बरकरार रखा गया था. हालांकि, इस दौरान पत्रकार के सवाल ने माहौल को और गर्म कर दिया.;

Shan Masood

Shan Masood: पाकिस्तान टेस्ट टीम के कप्तान शान मसूद की हालिया प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक ऐसा पल आया, जिसने सभी को असहज कर दिया. इस घटना में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के मीडिया निदेशक को हस्तक्षेप करना पड़ा, जब एक पत्रकार ने कप्तान से 'अनुचित' तरीके से सवाल किया, जो सम्मानजनक नहीं माना गया. इस सवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माहौल को पूरी तरह से बदल दिया और एक छोटा सा ड्रामा खड़ा हो गया.

प्रेस कॉन्फ्रेंस खत्म होने के बाद, PCB के मीडिया और संचार निदेशक समी उल हसन ने पत्रकार को यह कहते हुए टोका, "पाकिस्तान का कैप्टन बैठा है, आप बिल्कुल सवाल करें, लेकिन कृपया सम्मान दिखाएं... यह सवाल पूछने का सही तरीका नहीं था."

पत्रकार का सवाल और विवाद

प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक पत्रकार ने मसूद से सवाल किया, जो काफी तीखा था. पत्रकार ने पूछा, "शान, आपने कहा था कि जब तक आपको मौका दिया जाएगा, आप खेलते रहेंगे. लेकिन क्या आपके ज़मीर को यह नहीं लगता कि आप हार रहे हैं, प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं, और आपको छोड़ देना चाहिए?"

यह सवाल न केवल मसूद के प्रदर्शन पर सवाल उठा रहा था, बल्कि उन्हें आत्मचिंतन करने के लिए भी मजबूर कर रहा था. हालांकि, इस सवाल के जवाब में मसूद ने सीधे तौर पर कुछ नहीं कहा और शांत स्वभाव से इसे नजरअंदाज किया. लेकिन उनके चेहरे पर असहजता साफ झलक रही थी. मसूद ने पीसीबी के मीडिया निदेशक की ओर देखा और फिर मुस्कान के साथ सवाल को टाल दिया.

पीसीबी और चयन नीति पर उठे सवाल

इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में हुई घटना से पहले से ही पीसीबी की चयन प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे थे. पाकिस्तान की टीम लगातार हार का सामना कर रही है, जिससे प्रशंसक और विशेषज्ञ नाराज हैं. आलोचना हो रही है कि पीसीबी और चयन पैनल उन खिलाड़ियों को लगातार मौका दे रहा है, जो प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं, जबकि घरेलू क्रिकेट में अच्छा खेल दिखाने वाले युवा खिलाड़ियों की अनदेखी हो रही है. इस स्थिति से निराश होकर चयनकर्ता मोहम्मद यूसुफ ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.

शान मसूद पर भी काफी दबाव है, क्योंकि टीम हाल के दिनों में खास प्रदर्शन नहीं कर पाई है. इस साल के शुरुआत में पाकिस्तान टी20 वर्ल्ड कप के ग्रुप स्टेज से बाहर हो गया था, जिसके बाद उन्हें घरेलू टेस्ट सीरीज में बांग्लादेश ने 0-2 से हरा दिया. इंग्लैंड के खिलाफ आगामी सीरीज में भी मसूद की कप्तानी और टीम के प्रदर्शन पर सभी की नजरें रहेंगी.

आने वाली चुनौतियां

इंग्लैंड के खिलाफ पाकिस्तान की तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला 7 अक्टूबर से मुल्तान में शुरू होगा. टीम पर बढ़ते दबाव और लगातार हो रही आलोचनाओं के बीच यह देखना दिलचस्प होगा कि मसूद और उनकी टीम इस चुनौती से कैसे निपटते हैं. खासतौर पर मसूद पर कप्तान के रूप में अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव होगा, ताकि वह अपने आलोचकों को जवाब दे सकें.

इस पूरी घटना ने न केवल मीडिया और खिलाड़ियों के बीच संवाद की नाजुकता को उजागर किया है, बल्कि इस बात को भी सामने रखा है कि टीम के प्रदर्शन से जुड़े मुद्दों पर खिलाड़ियों और अधिकारियों से सवाल पूछने का सही तरीका कितना महत्वपूर्ण है. पाकिस्तान की टीम के सामने अब एक बड़ी चुनौती है, और इस मुश्किल समय में उन्हें अपने खेल के साथ-साथ मानसिक मजबूती भी दिखानी होगी.

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