Ind Vs NZ: वानखेड़े में भारत के छूटेंगे पसीने, 150 रन का पीछा करना भी पड़ सकता है भारी
वानखेड़े पर चौथी पारी में रन बनाना हमेशा चुनौतीपूर्ण रहा है, और मौजूदा पिच के हालात को देखते हुए यह साफ है कि भारत के बल्लेबाजों को काफी संघर्ष करना पड़ सकता है. अगर भारतीय बल्लेबाज इस कठिन परिस्थिति में खुद को संभाल पाते हैं और लक्ष्य का पीछा करने में सफल होते हैं, तो यह एक बड़ा रिकॉर्ड बन सकता है.;
भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला जा रहा तीसरा टेस्ट मैच रोमांचक मोड़ पर पहुंच चुका है. वानखेड़े स्टेडियम की टर्निंग पिच पर गेंदबाजों का दबदबा देखा जा रहा है, और भारत के लिए लक्ष्य का पीछा करना आसान नहीं दिख रहा है. दूसरे दिन के खेल के अंत में भारत की पहली पारी के 263 रनों के जवाब में न्यूजीलैंड की टीम 171/9 तक पहुंच चुकी थी. हालांकि रन बोर्ड पर ज्यादा नहीं हैं, लेकिन कीवी टीम के पास 143 रनों की बढ़त है, जो इस पिच पर भारत के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकती है.
वानखेड़े की पिच ने दूसरे दिन से ही टर्न लेना शुरू कर दिया था, जिससे बल्लेबाजों के लिए टिकना मुश्किल हो गया. ऐसा प्रतीत हो रहा है कि पिच का यह टर्न तीसरे और चौथे दिन और भी खतरनाक हो जाएगा, जिससे भारतीय बल्लेबाजों के लिए लक्ष्य का पीछा कठिन होगा. चौथी पारी में वानखेड़े पर सबसे बड़ा सफल रन चेज 163 का रहा है, जो दक्षिण अफ्रीका ने साल 2000 में सचिन तेंदुलकर की कप्तानी वाली भारतीय टीम के खिलाफ हासिल किया था. इससे पहले 1980 में इंग्लैंड ने यहां भारत के खिलाफ 96 रन का टारगेट हासिल किया था.
आसान नहीं होगा लक्ष्य का पीछा करना
अगर भारत को यहां 150 या उससे ज्यादा का लक्ष्य मिला, तो इसे हासिल करना रिकॉर्ड तोड़ने जैसा होगा. वानखेड़े पर चौथी पारी में सिर्फ एक बार ही 163 रन से अधिक का सफल चेज देखा गया है, और भारत को इस मैच में ऐसे ही किसी करिश्मे की जरूरत पड़ेगी. भारत की कोशिश होगी कि न्यूजीलैंड का आखिरी विकेट जल्द से जल्द गिराया जाए ताकि लक्ष्य को कम से कम रखा जा सके, लेकिन इस टर्निंग पिच पर 150 रन भी किसी पहाड़ को चढ़ने जैसा हो सकता है.