IND vs SA: 'मुझे बदलाव शब्द से नफरत...' शर्मनाक हार के बाद भी नहीं बदले गौतम गंभीर के तेवर, सोशल मीडिया पर फैंस ने लगाई क्लास
टीम इंडिया को गुवाहाटी टेस्ट में साउथ अफ्रीका के हाथों 408 रनों से करारी हार का सामना करना पड़ा. जिसके चलते टीम इंडिया को सीरीज में 0-2 से हार भी झेलनी पड़ी है. सीरीज में मिले क्लीन स्वीप के बाद भी गौतम गंभीर खिलाड़ियों को बचाव करते दिखे.;
India vs South Africa Test Series: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेली गई 2 मैचों की सीरीज अब खत्म हो गई है. इस सीरीज में टीम इंडिया को 2-0 से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है. दोनों ही मैचों में टीम इंडिया की बल्लेबाजी बेहद खराब रही और दूसरी तरफ हेड कोच गौतम गंभीर के एक्सपेरीमेंट टीम इंडिया को इस सीरीज में ले डूबे.
अब टीम इंडिया को टेस्ट क्रिकेट में रनों के हिसाब से सबसे बड़ी हार का सामना करना पड़ा है, क्योंकि साउथ अफ्राकी ने गुवाहाटी टेस्ट को 408 रनों से अपने नाम किया है. वहीं हार के बाद टीम इंडिया के हेड कोच का भी बयान साामने आया है.
हार पर क्या बोले गौतम गंभीर?
साउथ अफ्रीका के हाथों मिली हार के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में गौतम गंभीर ने कहा "मैं वही व्यक्ति हूं जिसके नेतृत्व में भारत ने इंग्लैंड में अच्छा प्रदर्शन किया, चैंपियंस ट्रॉफी जीती और एशिया कप जीता. दोष सभी पर है, इसकी शुरुआत मुझसे होती है."
आगे उन्होंने कहा कि "मैंने पहले भी कहा है कि मुझे बदलाव शब्द से नफ़रत है और मैं यहां बहाने बनाने नहीं आया हूं, लेकिन बदलाव का मतलब यही है. युवा खिलाड़ी काम करते हुए सीख रहे हैं. आपको उन्हें समय देना होगा."
सोशल मीडिया पर भड़के फैंस
टीम इंडिया की हार और गौतम गंभीर के बयान के बाद सोशल मीडिया पर फैंस भी अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. कुछ फैंस टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर पर भी भड़कते हुए नजर आ रहे हैं. एक यूजर ने कमेंट करके लिखा कि "क्या ट्रांजेक्शन भाई जयसवाल ध्रुव ज्यूरेल नितेश तैयार के अलावा सब कम से कम 5 साल से खेल रहे हैं किसी का भी रिकॉर्ड उठा के देख लो फिर क्या काहे का ट्रांजेक्शन हारो तो ट्रांजेक्शन या जीतो तो मैंने किया है वाह प्रभु तेरी माया."
वहीं दूसरे यूजर ने लिखा कि "टेस्ट क्रिकेट टी-20 नहीं है. एक स्थापित टीम की जरूरत है. एक स्थापित टीम जिसमें ऐसे खिलाड़ी हों जो जगह के हकदार हों. टीम में कोई निरंतरता नहीं है. आप कभी नहीं जानते कि टीम से क्या उम्मीद की जाए. गंभीर तो बस समस्या का एक हिस्सा हैं और भी कई लोग हैं."