गंभीर ने अपने स्टाफ को ठहराया गलत? स्पिन के खिलाफ बल्लेबाजी पर बोले
बांग्लादेश के खिलाफ 2 मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरू होने से होने पहले टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ने एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस की।;
बांग्लादेश के खिलाफ 2 मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरू होने से होने पहले टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ने एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उनसे भारतीय बल्लेबाजों के स्पिन के खिलाफ संघर्ष को लेकर सवाल किया गया। इस पर उन्होंने स्पिन के खिलाफ किसी भी समस्या से साफ शब्दों में इनकार कर दिया। गंभीर ने कहा कि भारतीय बल्लेबाज दुनिया के किसी भी तरह के बॉलिंग अटैक का सामना करने में पूरी तरह से सक्षम हैं। इस तरह उन्होंने अपने ही कोचिंग स्टाफ की बात को गलत साबित करने की कोशिश की। इसके बाद भारत में इस्तेमाल होने वाले टर्निंग ट्रैक को लेकर सवाल किया गया तो वह भड़क गए। उन्होंने पिच की बहस को खत्म करने की अपील की।
श्रीलंका में स्पिन के सामने जूझते दिखे थे भारतीय बल्लेबाज
श्रीलंका के खिलाफ वनडे के दौरान भारतीय बल्लेबाजों के पसीने छूट गए थे। वे स्पिनरों के सामने जूझते हुए नजर आए थे। इसकी वजह से भारत को सीरीज भी गंवानी पड़ी थी। इसका ही हवाला देते हुए चेन्नई में शुरू होने वाले टेस्ट से ठीक एक दिन पहले जब गौतम गंभीर से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि हमारी बैटिंग यूनिट में इतनी क्वालिटी है कि वह किसी भी तरह के बॉलिंग अटैक का सामना कर सकती है। टेस्ट और वनडे में काफी अंतर होता है।
गंभीर ने डेश्काटे को ठहराया गलत
गंभीर ने ये बात कहकर अपने ही कोचिंग स्टाफ में मौजूद असिस्टेंट कोच रेयान टेन डेश्काटे की बात को गलत ठहरा दिया है। दरअसल, डेश्काटे ने श्रीलंका दौरे पर भारत की बैटिंग यूनिट में स्पिन को लेकर आ रही समस्या को माना था। दूसरी ओर आंकड़ों को देखें तो भी गंभीर का बयान चौंकाने वाला है। 2013 से 2020 के बीच टेस्ट में स्पिन के खिलाफ भारतीय बल्लेबाजों का औसत 44 रहा। 2021 के बाद से यह गिरकर 33 पर आ गया है। वहीं, टेस्ट में टीम के प्रमुख बल्लेबाजों के लिए भी स्पिन गेंदबाजी काल बनकर उभरी है।
क्या रहा विराट से लेकर रोहित तक का हाल?
2021 के बाद 15 टेस्ट मैच में विराट कोहली ने स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ सिर्फ 30 की औसत से रन बनाए हैं। वहीं, रोहित शर्मा की औसत पिछले 3 सालों में गिरकर 44 पर आ गई है। मिडिल ऑर्डर के स्तंभ केएल राहुल तो और परेशान हुए हैं। पिछले 5 घरेलू टेस्ट में स्पिन के खिलाफ उन्होंने 23 की औसत से बल्लेबाजी की है।
बॉलिंग यूनिट की तारीफ की
गौतम गंभीर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अपने गेंदबाजों की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि भारतीय टीम पहले बल्लेबाजी को तवज्जो देती थी लेकिन बुमराह, शमी, अश्विन और जडेजा ने इस छवि को बदला है। अब टीम गेंदबाजी के लिए मशहूर है। उन्होंने बुमराह को मौजूदा समय में दुनिया का सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाज बताया जो किसी भी परिस्थिति से खेल को पलटने की क्षमता रखते हैं। भारतीय कोच ने करीब 2 साल बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी करने वाले ऋषभ पंत की विस्फोटक बल्लेबाजी की तारीफ करते हुए यह भी कहा कि अश्विन और जडेजा के सामने उनकी विकेटकीपिंग शानदार रही है जिसे कम करके आंका गया है। पंत दिसंबर 2022 के बाद पहली बार टेस्ट मैच खेलेंगे।
सीनियर खिलाड़ियों के साथ तालमेल पर क्या बोले?
गौतम गंभीर जब टीम इंडिया के हेड कोच बने तो ड्रेसिंग रूम में विराट और रोहित जैसे सीनियर खिलाड़ियों के साथ सामंजस्य बैठाने को लेकर एक बड़ी चिंता जाहिर की गई थी। इस पर भी उन्होंने बात की और कहा कि बेकार में काफी हल्ला मचाया गया।