Ind vs Eng 1st Test: बैटिंग तो चली लेकिन बाकी सब फुस्स, ये हैं टीम इंडिया के हार के 5 विलेन...
Ind vs Eng 1st Test: भारत की टेस्ट कप्तानी की शुरुआत शुभमन गिल के लिए सही नहीं रही और टीम वह मैच हार गई जो वो जीत सकती थी. टीम ने दो पारियों में कुल 800 से अधिक रन बनाए, चार शतक लगे, और जसप्रीत बुमराह ने पांच विकेट भी निकाले - इसके बावजूद टीम इंडिया पहला टेस्ट हार गई.;
Ind vs Eng 1st Test: भारत की टेस्ट कप्तानी की शुरुआत शुभमन गिल के लिए सही नहीं रही और टीम वह मैच हार गई जो वो जीत सकती थी. टीम ने दो पारियों में कुल 800 से अधिक रन बनाए, चार शतक लगे, और जसप्रीत बुमराह ने पांच विकेट भी निकाले - इसके बावजूद टीम इंडिया पहला टेस्ट हार गई. वह भी तब, जब उनके पास जीतने का बेहतरीन मौका था. लेकिन एक बार फिर वही पुरानी कमजोरियां सामने आ गईं, जो भारतीय टेस्ट टीम को पिछले वर्षों में बार-बार ले डूबी हैं.
इंग्लैंड ने अपने ‘बाज़बॉल’ अंदाज में 371 रनों के बड़े लक्ष्य को भी बच्चों के खेल की तरह हल्का कर दिया. यह टेस्ट इतिहास में इंग्लैंड की दूसरी सबसे बड़ी सफल रन चेज़ रही. बेन डकेट की चौथी पारी में 149 रन की तूफानी पारी ने टीम को 4.38 रन प्रति ओवर की दर से लक्ष्य तक पहुंचा दिया और पांच विकेट बाकी थे.
शुभमन का कप्तानी baptism, लेकिन टीम साथ नहीं दे पाई
शुभमन गिल के लिए यह टेस्ट कप्तानी का पहला मैच था और इसमें उन्हें टेस्ट क्रिकेट के लगभग हर रंग देखने को मिले. शीर्ष क्रम ने रन बनाए, खुद गिल ने SENA देशों में अपना पहला टेस्ट शतक जड़ा, उपकप्तान ऋषभ पंत ने दोहरा शतक ठोका - लेकिन गेंदबाजी इकाई बिखरी हुई नजर आई. फील्डिंग तो ऐसी रही जैसे खिलाड़ियों ने अपनी नजरें और हाथ दोनों ड्रेसिंग रूम में छोड़ दिए हों. निचला मध्य क्रम भी बिना संघर्ष के धराशायी हो गया.
पुरानी कमजोरियां फिर सामने
जैसे रोहित शर्मा पर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में बुमराह का ओवरयूज़ करने का आरोप लगा था, वैसा ही कुछ गिल के साथ भी हुआ. उन्होंने भी बुमराह पर जरूरत से ज्यादा निर्भरता दिखाई, जबकि मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा की गेंदबाजी में धार नजर नहीं आई.
दोनों खिलाड़ी आईपीएल में बढ़िया प्रदर्शन कर आए थे, लेकिन इंग्लैंड की पिचों पर असरहीन साबित हुए. ऑलराउंडर के तौर पर शार्दुल ठाकुर की चयन पर भी सवाल उठने लगे हैं. न तो वे बल्ले से कुछ कर सके, न ही गेंद से वो नियंत्रण दे पाए जिसकी टीम को जरूरत थी.
गंभीर पर भी बढ़ा दबाव
कोच गौतम गंभीर के लिए भी यह टेस्ट काफी दबाव भरा रहा. उनके कोचिंग कार्यकाल के पहले 11 टेस्ट में से यह छठी हार है. टीम चयन पर गंभीर की रणनीति अब सवालों के घेरे में है. अब जब इंग्लैंड ने सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है, तो बाकी मैचों में भारत के सामने वापसी करना और भी चुनौतीपूर्ण हो गया है.
टीम इंडिया के हार के पांच
लीड्स टेस्ट में भारत को करारी हार का सामना करना पड़ा, जिसमें कई प्रमुख खिलाड़ियों का फ्लॉप प्रदर्शन बड़ा कारण रहा. बुमराह ने पहली पारी में 5 विकेट लिए, लेकिन दूसरी पारी में 57 रन देकर खाली हाथ रहे. यशस्वी जायसवाल ने शतक तो लगाया, लेकिन चार कैच छोड़े, जिनमें से बेन डकेट का ड्रॉप कैच निर्णायक साबित हुआ. सिराज दोनों पारियों में महंगे साबित हुए और दूसरी पारी में कोई विकेट नहीं ले सके. करुण नायर की वापसी फीकी रही, जबकि जडेजा भी गेंद और बल्ले से नाकाम रहे. टीम इंडिया की हार में ये 5 खिलाड़ी विलेन बने.