न्यूजीलैंड के लिए बड़ा झटका, केन विलियमसन शुरुआती मैचों से बाहर
Kane Williamson: इस समय टीम में चैपमैन जैसे खिलाड़ियों पर ज़िम्मेदारी होगी कि वे केन की गैरमौजूदगी में अच्छा प्रदर्शन करें और न्यूज़ीलैंड को मजबूती प्रदान करें.;
Kane Williamson: न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम को आगामी टेस्ट सीरीज़ से पहले एक बड़ा झटका लगा है, क्योंकि उनके अनुभवी बल्लेबाज केन विलियम्स चोटिल होने के कारण शुरुआती मैचों से बाहर हो गए हैं. विलियम्स को हाल ही में श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में कमर में चोट लगी थी, जिसके चलते उन्हें रिहैबिलिटेशन प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा. इस चोट के कारण विलियम्स भारत दौरे के पहले टेस्ट मैचों में हिस्सा नहीं ले पाएंगे.
न्यूजीलैंड की टीम 16 अक्टूबर से शुरू होने वाले पहले टेस्ट के लिए बेंगलुरु में एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में मैदान में उतरेगी. इस टेस्ट सीरीज़ के लिए टीम शुक्रवार को भारत के लिए रवाना होगी.
न्यूजीलैंड चयनकर्ता सैम वेल्स ने इस खबर की पुष्टि की और कहा, "हमने केन को आराम और रिहैबिलिटेशन का समय देने का फैसला किया है ताकि उनकी चोट और न बढ़े. हमारी कोशिश है कि वे जल्द से जल्द ठीक होकर टीम के लिए उपलब्ध हो सकें." अगर विलियम्स की रिकवरी योजना के अनुसार होती है, तो उन्हें सीरीज़ के बाद के मैचों में शामिल किया जा सकता है.
मार्क चैपमैन को मिला मौका
विलियम्स की अनुपस्थिति में, न्यूज़ीलैंड ने अनकैप्ड बल्लेबाज मार्क चैपमैन को टीम में शामिल किया है. चैपमैन को न्यूज़ीलैंड के चयनकर्ताओं ने भारत के स्पिन-अनुकूल पिचों के लिए एक उपयुक्त विकल्प माना है. सैम वेल्स ने चैपमैन की प्रशंसा करते हुए कहा, "मार्क एक शानदार खिलाड़ी हैं, विशेष रूप से स्पिन खेलने में उनकी महारत है. उनकी पहली श्रेणी क्रिकेट में शानदार फॉर्म और उपमहाद्वीप में खेलने का अनुभव उन्हें इस चुनौती के लिए तैयार करता है."
चैपमैन ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 41.9 की औसत से रन बनाए हैं और उनके नाम छह शतक भी हैं. चयनकर्ताओं को उम्मीद है कि वह भारत के कठिन स्पिन परिस्थितियों में अपनी प्रतिभा दिखाने में सक्षम होंगे.
न्यूजीलैंड की टीम और रणनीति
न्यूजीलैंड की टीम में कप्तान टॉम लाथम के नेतृत्व में अनुभवी और युवा खिलाड़ियों का संयोजन है. टीम में प्रमुख खिलाड़ी जैसे टॉम ब्लंडेल, डेवोन कॉनवे, और ग्लेन फिलिप्स शामिल हैं. पहले टेस्ट के बाद, ऑलराउंडर माइकल ब्रेसवेल अपने दूसरे बच्चे के जन्म के कारण टीम से बाहर होंगे और उनकी जगह इश सोढ़ी लेंगे.
टीम के कोच गैरी स्टेड ने टीम की रणनीति पर जोर देते हुए कहा कि भारत में खेलना हमेशा एक चुनौती होता है, विशेष रूप से स्पिन पिचों पर. उनके साथ बल्लेबाजी कोच ल्यूक रोंची और गेंदबाजी कोच जैकब ओरम होंगे, जबकि श्रीलंकाई स्पिन लीजेंड रंगना हेराथ टीम के स्पिन कोच के रूप में अपनी सेवाएं जारी रखेंगे.
विलियम्स की वापसी पर उम्मीदें
हालांकि केन विलियम्स का शुरुआती मैचों से बाहर होना न्यूज़ीलैंड के लिए एक बड़ा नुकसान है, लेकिन टीम को उम्मीद है कि वे आखिरी टेस्ट के लिए फिट हो सकते हैं. उनकी वापसी से टीम को न केवल अनुभव मिलेगा, बल्कि भारत जैसी मजबूत टीम के खिलाफ जीत की उम्मीदें भी बढ़ेंगी.