कानपुर स्टेडियम को लेकर BCCI ने तोड़ी चुप्पी, कह दी बड़ी बात
BCCI on Green Park Kanpur Stadium: राजीव शुक्ला ने इस बयान के साथ कानपुर की ऐतिहासिकता और महत्ता को दोहराया. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ग्रीन पार्क स्टेडियम BCCI के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है, और भविष्य में भी यह स्थल टेस्ट मैचों की मेजबानी करता रहेगा. हालांकि, स्टेडियम की उम्र और उसके साथ आने वाली चुनौतियों को समझने की जरूरत है, लेकिन इस धरोहर स्थल को क्रिकेट के बड़े आयोजनों से अलग करना भी आसान नहीं है.;
BCCI on Green Park Kanpur Stadium: भारत के सबसे पुराने क्रिकेट स्थलों में से एक, कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम, हाल ही में आलोचना का शिकार हुआ जब भारत और बांग्लादेश के बीच दूसरे टेस्ट मैच के दो दिन बारिश न होने के बावजूद रद्द कर दिए गए. यह मुद्दा सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया, जहां प्रशंसकों ने आउटफील्ड की खराब स्थिति पर अपनी नाराजगी जताई और BCCI पर सवाल उठाए. इन सबके बीच, BCCI के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने स्थिति पर चुप्पी तोड़ते हुए ग्रीन पार्क स्टेडियम की विरासत और उसकी अहमियत को लेकर बड़ी बात कही.
दूसरे टेस्ट के दूसरे और तीसरे दिन खेल न होने की वजह से प्रशंसक खासे नाराज थे. सोशल मीडिया पर कई लोगों ने आउटफील्ड की खराब स्थिति को लेकर BCCI की आलोचना की और कानपुर को "सबसे खराब स्थल" करार दिया. गीले पैच, विशेष रूप से गेंदबाजों के रन-अप क्षेत्र के पास, आउटफील्ड की खराब ड्रेनेज प्रणाली पर सवाल उठाने का कारण बने. इसके चलते मैदान की स्थिति को लेकर क्रिकेट प्रशंसकों और विशेषज्ञों के बीच बहस छिड़ गई.
BCCI उपाध्यक्ष का बयान
सोमवार को चौथे दिन के खेल के दौरान, BCCI के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने मीडिया से बात करते हुए ग्रीन पार्क स्टेडियम के बारे में आलोचनाओं का जवाब दिया. उन्होंने कहा, "BCCI में होने के नाते हमें आलोचनाओं की आदत हो गई है. जब हम कानपुर को मैच नहीं दे रहे थे, तब भी आलोचना होती थी. अब जब हमने कानपुर को मैच दिया, तो भी आलोचना हो रही है. यह सिलसिला चलता रहता है."
कानपुर स्टेडियम की विरासत
राजीव शुक्ला ने ग्रीन पार्क स्टेडियम की ऐतिहासिक महत्ता को रेखांकित करते हुए कहा, "यह मैदान लगभग 80 साल पुराना है. यह हमारा धरोहर स्थल है. अगर आप याद करें, तो यह एक समय में भारत के छह स्थायी टेस्ट केंद्रों में से एक था, जिसमें कोलकाता, चेन्नई, दिल्ली, बेंगलुरु, मुंबई और कानपुर शामिल थे. यह एक स्थायी केंद्र था, और यहाँ टेस्ट मैच आयोजित करना हमेशा से महत्वपूर्ण रहा है."
उन्होंने आगे कहा, "यह पहली बार है जब इतने वर्षों में इतनी बारिश हुई कि दो दिनों तक मैच नहीं हो सका."
BCCI के इस बयान के बाद उम्मीद है कि कानपुर स्टेडियम की आलोचनाओं का सिलसिला थमेगा और इसे भारत के प्रमुख क्रिकेट स्थलों में से एक के रूप में माना जाएगा.