विकेट के लिए तरसे ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज, कोच मैकडोनाल्ड ने पिच पर निकाली भड़ास
Perth Test India Vs Australia: ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के लिए यह दिन निराशाजनक रहा, लेकिन कोच ने उनका मनोबल बनाए रखने की कोशिश की. अब यह देखना होगा कि तीसरे दिन ऑस्ट्रेलियाई टीम किस रणनीति के साथ मैदान पर उतरती है और क्या वह भारतीय बल्लेबाजों के सामने कोई चुनौती पेश कर पाती है.;
Perth Test India Vs Australia: ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड ने दूसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन टीम के गेंदबाजों के प्रदर्शन पर चिंता व्यक्त की है. हालांकि, उन्होंने गेंदबाजों को दोष देने के बजाय पिच को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया. उनका मानना है कि ऑप्टस स्टेडियम की पिच ने उम्मीद के मुताबिक गेंदबाजों का साथ नहीं दिया, जिससे भारतीय बल्लेबाजों को बड़ा फायदा मिला.
भारतीय ओपनर्स का दमदार प्रदर्शन
भारतीय सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने 172 रन की अटूट साझेदारी करते हुए ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया. जायसवाल ने जहां 90 रन बनाए, वहीं राहुल ने 62 रन की बेहतरीन पारी खेली. इस साझेदारी ने भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया, जिससे अब टीम के पास कुल 218 रनों की बढ़त हो गई है.
पिच का बदलता मिजाज
मैकडोनाल्ड ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पहले दिन पिच से गेंदबाजों को काफी मदद मिल रही थी, लेकिन दूसरे दिन हालात बदल गए. उन्होंने कहा, "आज पिच काफी जल्दी सूख गई, जिससे सीम मूवमेंट और स्विंग में कमी आई. हमने सोचा था कि गेंद पिच पर बेहतर तरीके से काम करेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. हमारे गेंदबाजों ने अपनी ओर से कोई कमी नहीं छोड़ी."
पहले दिन की तुलना में हालात अलग
पहले दिन जहां 17 बल्लेबाज पवेलियन लौटे थे, वहीं दूसरे दिन सिर्फ तीन विकेट गिरे. ऑस्ट्रेलियाई कोच ने इसे लेकर कहा, "गेंदबाजों ने कल की तरह ही लाइन और लेंथ पर गेंदबाजी की, लेकिन स्विंग और सीम की कमी ने उनकी कोशिशों को बेअसर कर दिया. पिच का बदलता मिजाज हमारे लिए अप्रत्याशित था."
भारतीय टीम का दबदबा
भारत ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक बिना किसी नुकसान के 172 रन बना लिए. इससे पहले, ऑस्ट्रेलिया अपनी पहली पारी में केवल 104 रन पर सिमट गई थी, जबकि भारत ने पहली पारी में 150 रन बनाए थे. मेहमान टीम ने शुरुआती बढ़त का पूरा फायदा उठाते हुए मैच पर पकड़ मजबूत कर ली है.
ऑस्ट्रेलिया के सामने चुनौती
तीसरे दिन ऑस्ट्रेलिया को वापसी के लिए चमत्कारिक प्रदर्शन करना होगा. हालांकि, कोच मैकडोनाल्ड ने उम्मीद जताई कि उनकी टीम हालात से निपटने के लिए रणनीति तैयार करेगी. गेंदबाजों को पिच के मिजाज के मुताबिक खुद को ढालना होगा, तभी टीम को सफलता मिल सकती है.