14 मई को देवगुरु बृहस्पति करेंगे मिथुन राशि में प्रवेश, जानिए किसके लिए शुभ और किसे रहना होगा सतर्क

ब्रह्मांड की चाल एक बार फिर बदलने वाली है. देवगुरु बृहस्पति जिन्हें सभी ग्रहों में सबसे शुभ और ज्ञान का प्रतीक माना जाता है,14 मई 2025 को अपना घर बदलने जा रहे हैं. हर 13 महीने बाद गुरु एक नई राशि में प्रवेश करते हैं, तो कई राशियों के भाग्य खुल जाते हैं, तो अन्य को बेहद सावधानी बरतनी पड़ती है.;

By :  State Mirror Astro
Updated On : 9 May 2025 1:20 PM IST

सभी ग्रहों में शुभ ग्रह माने जाने वाले देवगुरु बृहस्पति अब 14 मई 2025 को राशि परिवर्तन करेंगे. गुरु एक राशि में करीब 13 महीनों तक रहने के बाद दूसरी राशि में गोचर करते हैं. गुरु के राशि परिवर्तन का प्रभाव देश-दुनिया के साथ-साथ सभी 12 राशियों के जातकों पर देखने को मिलता है. 14 मई को गुरु वृषभ राशि की अपनी यात्रा को विराम देते हुए अब बुध के स्वामित्व वाली राशि मिथुन में गोचर करेंगे. गुरु के मिथुन राशि में गोचर करते ही ये तीन गुना अतिचारी हो जाएंगे.

यहां अतिचारी का होने का मतलब गुरु तेज गति से चलेंगे. गुरु मिथुन राशि में 18 अक्टूबर तक रहेंगे फिर कर्क राशि में प्रवेश कर जाएंगे. इसके बाद गुरु 11 नवंबर को वक्री और 5 दिसंबर को फिर से मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे. गुरु साल 2032 तक अतिचारी रहेंगे. गुरु के अतिचारी होने से कुछ राशि वालों लाभ तो कुछ सतर्क रहना होगा.

इन दो राशियों के लिए गुरु का गोचर होगा शुभ

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए गुरु का गोचर बहुत ही शुभ साबित होगा. इससे लाभ के अवसरों में वृद्धि होगी. आपके जो कार्य नहीं हो पा रहे थे वह अब आसानी के साथ पूरे होंगे. देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपकी कुंडली के तीसरे भाव में गोच होगा. आपको बता दें कि मेष लग्न के लोगों के लिए गुरु नवम और द्वादश भाव के स्वामी होते हैं. गुरु का तीसरे भाव यानी पराक्रम में गोचर करना आपके आत्मविश्वास में वृद्धि लाएगा. नौकरी और व्यापार में नए अवसर प्राप्त होंगे. शुभ समाचारों की प्राप्त हो सकती है. नौकरीपेशा जातकों को नई नौकरी के लिए कुछ अच्छे अवसर हाथ लग सकते हैं. प्रेम संबंधों और जीवनसाथी से मधुरता बनी रहेगी.

सिंह राशि

सिंह राशि के लोगों की कुंडली के लिए गुरु पंचम और अष्टम भाव के स्वामी होकर 14 मई को आपके लाभ यानी एकादश भाव में गोचर करेंगे. ऐसे में आपकी इच्छाओं में वृद्धि होगी. लाभ के अवसरों बेहतर मौके मिलेंगे. धन संबंधी परेशानियों का हल मिलेगा. जो लोग अविवाहित हैं उनके लिए विवाह के अच्छे योग बन सकते हैं. अचानक धन लाभ होने के अच्छे योग भी बनेंगे. नौकरी और व्यापार में नए अवसर प्राप्त होने अच्छी संभावना दिखाई दे रहा है.

गुरु का गोचर इन 2 राशियों के लिए अशुभ

कन्या

कन्या राशि के जातकों के लिए गुरु चौथे और सप्तम भाव के स्वामी होकर 14 मई को आपके दशम भाव में गोचर होगा. यहां गुरु अतिचारी होकर आपके दशम भाव से संबंधित परेशानियों में इजाफा करवा सकते हैं. कार्यक्षेत्र में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. आपको धैर्य, संयम और विनम्रता से काम लेना होगा. आर्थिक मामलों के लिए गुरु का मिथुन राशि में गोचर अच्छा नहीं कहा जा सकता. नौकरी के लिए आपके मानसिक परेशानियों में वृद्धि ला सकता है. इस दौरान आपको धन का संचय करने में कामयाबी मिलेगी.

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए गुरु का अतिचारी होकर मिथुन राशि में प्रवेश करना अच्छा नहीं रहेगा. धन हानि और मानसिक परेशानियों में वृद्धि हो सकती है. आपके बनते हुए काम अटक सकते हैं. कार्यक्षेत्र में आपको सतर्क रहना होगा. आपको खर्चों में बेतहाशा वृद्धि भी होगी जिससे आपका आर्थिक संतुलन बिगड सकता है. सेहत में कुछ मामूली गिरावट भी देखने को मिलेगी. वहीं अक्टूबर के बाद आपकी स्थिति में सुधार देखने को मिल सकता है. भाग्य का साथ मिलेगा और धन लाभ के कुछ अच्छे अवसर आपके हाथ लग सकते हैं

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