Karwa Chauth 2024: करवाचौथ पर जरूरी है ये 6 श्रृंगार, बनाएंगे पति-पत्नी का रिश्ता मजबूत और अटूट
करवाचौथ का पर्व हर सुहागन स्त्री के लिए खास होता है. इस दिन पति की लंबी उम्र और वैवाहिक जीवन की सुख-शांति के लिए व्रत रखा जाता है. करवाचौथ पर 16 श्रृंगार का महत्व तो सभी जानते हैं लेकिन समय की कमी के चलते हर स्त्री के लिए सभी श्रृंगार करना आसान नहीं होता. ऐसे में करवाचौथ के दिन 6 मुख्य श्रृंगार का विशेष महत्व बताया गया है.;
Karwa Chauth 2024: करवाचौथ का पर्व हर सुहागन स्त्री के लिए खास होता है. इस दिन पति की लंबी उम्र और वैवाहिक जीवन की सुख-शांति के लिए व्रत रखा जाता है. करवाचौथ पर 16 श्रृंगार का महत्व तो सभी जानते हैं लेकिन समय की कमी के चलते हर स्त्री के लिए सभी श्रृंगार करना आसान नहीं होता. ऐसे में करवाचौथ के दिन 6 मुख्य श्रृंगार का विशेष महत्व बताया गया है. आइए जानते हैं कौन-से हैं ये 6 श्रृंगार और इनके पीछे की धार्मिक मान्यताएं.
मेहंदी
करवाचौथ पर मेहंदी लगाने का रिवाज बेहद महत्वपूर्ण है. मान्यता है कि मेहंदी का गहरा रंग पति-पत्नी के बीच प्रेम को दर्शाता है और जीवन में सुख-समृद्धि लाता है. यह श्रृंगार न केवल सौंदर्य बढ़ाता है बल्कि इसे पति की लंबी आयु का प्रतीक भी माना जाता है.
सिंदूर
सिंदूर सुहाग का प्रतीक है और इसे लगाने से पति की उम्र लंबी होती है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, करवाचौथ के दिन हर सुहागिन स्त्री को सिंदूर अवश्य धारण करना चाहिए, भले ही वह अन्य दिनों में इसे न लगाती हो. यह शुभता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है.
मंगलसूत्र
मंगलसूत्र पति-पत्नी के रिश्ते का प्रतीक होता है. विवाह के समय धारण किए जाने वाले इस आभूषण को करवाचौथ पर पहनना अत्यंत शुभ माना जाता है. यह दांपत्य जीवन को बुरी नजर से बचाने और रिश्ते को मजबूत बनाए रखने में सहायक माना जाता है.
चूड़ियां
चूड़ियां सुहाग की निशानी हैं और इनका पहनना करवाचौथ के दिन विशेष रूप से शुभ होता है. मान्यता है कि चूड़ियों की खनक से वैवाहिक जीवन में धन-धान्य और समृद्धि का आगमन होता है. खासकर लाल, हरी और सुनहरी रंग की चूड़ियां पहनने का महत्व बताया गया है.
बिंदी
बिंदी को सुहाग का प्रमुख प्रतीक माना जाता है. मान्यता है कि माथे पर बिंदी धारण करने से स्त्री का भाग्य सूर्य के समान चमकता है और नवग्रह शांत रहते हैं. करवाचौथ पर बिंदी अवश्य लगानी चाहिए, क्योंकि इसे जीवन में सुख और शांति का कारक माना जाता है.
बिछिया
बिछिया विवाह के बाद धारण की जाने वाली एकखास आभूषण है, जो सुहाग का प्रतीक मानी जाती है. करवाचौथ पर इसे पहनने से सौभाग्य में वृद्धि होती है और वैवाहिक जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है.
डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. हम इसके सही या गलत होने की पुष्टि नहीं करते.