जिसको सबने ठुकराया श्रीकृष्ण ने उसको अपनाया! पढ़िए मुरलीधर की 16 हजार पत्नियों से जुड़ा रहस्य
श्री कृष्ण का बचपन बहुत ही लीलापूर्ण था, जिसके दौरान कई चमत्कारिक घटनाएं हुई. कृष्ण ने माखन चुराया, गोवर्धन पर्वत उठाया और कंस का वध किया. उनकी लीलाओं की अनेक कहानिया हैं. इनमें से एक मुरलीधर की 16 हजार पत्नियों से जुड़ा रहस्य भी है.;
श्री कृष्ण हिन्दू धर्म के महानतम देवताओं में से एक हैं, जिन्हें अवतार के रूप में भगवान विष्णु का रूप माना जाता है. श्री कृष्ण का जन्म वृन्दावन में हुआ था और उनकी माता का नाम यशोदा तथा पिता का नाम वसुदेव था. श्री कृष्ण और राधा की प्रेम कहानी भारतीय धर्म, संस्कृति और साहित्य में एक अत्यंत प्रसिद्ध और प्रिय कथा है. यह कथा भगवान श्री कृष्ण और उनकी सबसे प्रिय भक्त राधा के बीच के अद्वितीय और शाश्वत प्रेम को दर्शाती है.
राधा और कृष्ण का प्रेम सिर्फ शारीरिक या सांसारिक नहीं था, बल्कि यह एक गहरे आत्मिक और आध्यात्मिक संबंध का प्रतीक है, जो आज भी भक्तों के लिए प्रेरणा का स्रोत है. यह बात आपने भी सुनी होगी कि श्री कृष्ण की 16 हजार पत्नियां थी, लेकिन क्या आप जानते हैं कि केशव ने उनसे विवाह नहीं किया था. चलिए जानते हैं आखिर ऐसा क्यों कहा जाता है?
भूमासुर का वध
दरअसल यह कहानी भूमासुर नाम के एक राक्षस की है, जिसने अपने बल और अमर होने के लालच के कारण 16 हजार कन्याओं को बंधक बना लिया था, ताकि वह उनकी बलि दे सके. श्री कृष्ण ने भूमासुर का वध कर कन्याओं को उसके जाल से मुक्त कर दिया था.
कन्याओं को घरवालों ने ठुकराया
इसके बाद जब सभी लड़कियां अपने घर गई, तो उनके परिवार वालों ने उन्हें स्वीकार करने से मना कर दिया. इस बात से आहत कन्याओं ने मृत्यु को गला लगाने का फैसला लिया. इस पर श्री कृष्ण ने उन्हें दर्शन देकर अपनी पत्नी के तौर पर स्वीकार किया, लेकिन कृष्ण ने कभी भी इन कन्याओं से विवाह नहीं किया था.
रुक्मिणी संग श्री कृष्ण का विवाह
रुक्मिणी विदर्भ देश के राजा भीष्मक की पुत्री थीं. वह श्री कृष्ण से प्रेम करती थी, लेकिन उनके भाई ने उनका रिश्ता शिशुपाल से तय कर दिया था. रुक्मिणी ने कृष्ण को पत्र लिख इस बात से अवगत कराया था. इसके बाद कृष्ण ने रुक्मिणी का अपहरण कर उनसे विवाह किया था.