Dev Uthani Ekadashi 2024: देवउठनी एकादशी पर इन खास उपायों से पाएं लक्ष्मी और विष्णु जी की कृपा, होगी धन-समृद्धि की बारिश
हिंदू मान्यताओं के अनुसार, देवउठनी एकादशी पर भगवान विष्णु चार महीने की योगनिद्रा से जागते हैं और सृष्टि के कल्याण में पुनः लग जाते हैं. इस विशेष अवसर पर कुछ सरल उपाय करने से विष्णु जी और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त की जा सकती है.;
Dev Uthani Ekadashi 2024: हिंदू मान्यताओं के अनुसार, देवउठनी एकादशी पर भगवान विष्णु चार महीने की योगनिद्रा से जागते हैं और सृष्टि के कल्याण में पुनः लग जाते हैं. इस विशेष अवसर पर कुछ सरल उपाय करने से विष्णु जी और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त की जा सकती है. खासकर, इस दिन शाम को किए गए उपायों से सुख-समृद्धि और धनलाभ का योग बनता है. आइए, जानते हैं ऐसे ही कुछ प्रभावी उपाय जो देवउठनी एकादशी की शाम को करने चाहिए.
कनकधारा स्तोत्र का पाठ
देवउठनी एकादशी की शाम घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाएं और वहीं खड़े होकर मन ही मन कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें. ऐसा करने से दरिद्रता दूर होती है और घर में लक्ष्मी जी का वास होता है. कनकधारा स्तोत्र का पाठ या श्रवण करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.
सोना और केसर एक साथ रखें
एकादशी की शाम को सोने के साथ केसर को घर के मंदिर में रखें. इसके साथ ही केसर युक्त खीर का भोग भगवान विष्णु को अर्पित करें. सोना लक्ष्मी जी का प्रिय धातु है और केसर का सुगंधित प्रभाव घर में सुख-शांति और समृद्धि का वातावरण बनाता है.
कनकधारा यंत्र की स्थापना
इस दिन को मांगलिक कार्यों के लिए बहुत शुभ माना जाता है. अगर आप माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की विशेष कृपा पाना चाहते हैं तो देवउठनी एकादशी की शाम कनकधारा यंत्र की स्थापना करें. यह यंत्र जीवन में धन-समृद्धि और खुशियों का संचार करता है.
शुद्ध जल में कमल का फूल चढ़ाएं
देवउठनी एकादशी पर लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने के लिए शुद्ध जल में कमल का फूल डालकर उसे विष्णु जी के चरणों में चढ़ाएं. पौराणिक मान्यता के अनुसार जल और तेल का अपव्यय न करने से घर में लक्ष्मी जी का वास होता है. यह उपाय आर्थिक समृद्धि को बनाए रखता है.
डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. हम इसके सही या गलत होने की पुष्टि नहीं करते.